लोकसभा अध्यक्ष के कार्य एवं अधिकार संक्षेप में बतायें।
लोकसभा अध्यक्ष के कार्य एवं अधिकार
संसदीय कार्य संचालन नियम, 1950 में लोकसभा अध्यक्ष की शक्तियों और कार्यों का वर्णन निम्न प्रकार किया गया है -
- लोकसभा अध्यक्ष सदन की कार्यवाही का संचालन करता है तथा सदन में अनुशासन बनाये रखता है।
- विभिन्न विधेयकों व प्रस्तावों पर मतदान कराना, परिणाम घोषित करना तथा अपना 'निर्णायक मत' देना।
- संसद सदस्यों को अनुमति देना और भाषणों का क्रम तथा समय निर्धारित करना।
- संसद के संयुक्त अधिवेशन की अध्यक्षता करना।
- लोकसभा की बैठक स्थगित करना तथा गणपूर्ति न होने की दशा में बैठक को निलंबित करना।
सम्बंधित प्रश्न :
- लोकसभा का गठन एवं शक्तियों एवं लोकसभा के कार्यकाल की विवेचना कीजिए।
- राज्यसभा के मुख्य पदाधिकारी कौन कौन होते हैं?
- राज्य सभा के गैर संघीय तत्वों पर टिप्पणी कीजिए।
- संघीय व्यवस्था के परिप्रेक्ष्य में राज्य सभा की प्रासंगिकता समझाइये।
- धन विधेयक और वित्त विधेयक में क्या अंतर है? स्पष्ट कीजिए।
- वित्त विधेयक के सम्बन्ध में लोकसभा के क्या विशेषाधिकार हैं?
- संसद की अवमानना से आप क्या समझते हैं?
- क्या भारतीय संसद संप्रभु है समझाइए
- क्या भारतीय राष्ट्रपति 'रबर स्टैम्प' है ? पुष्टि कीजिए।
- संसद और उसके सदस्यों के विशेषाधिकारों और उन्मुक्तियों की व्याख्या करें।
- संसद की समिति पद्धति पर टिप्पणी कीजिए।
- भारत के राष्ट्रपति की निर्वाचन प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
- उपराष्ट्रपति के कार्य एवं शक्तियों का वर्णन कीजिए।
- राष्ट्रपति पर महाभियोग लगाने की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
- अनुच्छेद 352 का वर्णन कीजिये तथा इसके प्रावधानों का उल्लेख कीजिये।
- मंत्रिपरिषद में प्रधानमंत्री की विशिष्ट स्थिति पर टिप्पणी कीजिए।
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