नींद उड़ जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग
नींद उड़ जाना मुहावरे का अर्थ: परेशान होना, चिंता में पड़ना, सुख चैन खो जाना, सुकून न मिलना, मन अशांत होना।
नींद उड़ जाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
वाक्य प्रयोग: जब से रविवार को परीक्षा का परिणाम आने की घोषणा हुयी है, बच्चों की नींद उड़ गयी है। सभी बच्चे रिसल्ट के बारे में सोच-सोच के परेशान हैं।
वाक्य प्रयोग: जब से सरकार ने गैस के सिलेंडर का दाम बढ़ने की घोषणा की है, गृहिणियों के यही सोचकर नींद उड़ी हुयी है कि अब महीना कैसे पार होगा।
वाक्य प्रयोग: गाँव में जब में प्रधान जी के घर में चोरी हुई, तब से सभी गाँव वालों की नींद उड़ गई है। सब लोग डर-डर कर जीवन व्यतीत कर रहे है।
वाक्य प्रयोग: मोहन को जब से उसके पिता की बीमारी के बारे में पता चला है, तब से मोहन के जीवन की नींद उड़ गई है।
वाक्य प्रयोग: जैसे ही कौरवों को पता चला कि अर्जुन के सारथी स्वयं भगवान श्रीकृष्ण है, उनकी नींद उड़ गयी।
वाक्य प्रयोग: नेता जी को जब से पता चला है कि जनता आगामी चुनाव में उनको सबक सिखाने का ठान चुकी है, उनकी नींद उड़ चुकी है।
यहाँ हमने नींद उड़ जाना जैसे प्रचलित मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग समझाया है। नींद उड़ जाना मुहावरे का अर्थ होता है परेशान होना, चिंता में पड़ना, सुख चैन खो जाना, सुकून न मिलना, मन अशांत होना। जब कोई व्यक्ति इतना परेशान या चिंतित होता है कि उनको नींद नहीं आ पाती अर्थात वह व्यक्ति लगातार उस परेशानी के बारे में ही सोचता रहता है तो नींद उड़ जाना मुहावरे का प्रयोग करते हैं।