राजनीतिक दलों के महत्व को समझाइए- वास्तव में एक सफल लोकतंत्र को अपने पोषण के लिए राजनीतिक दलों का बड़ा महत्व है। राजनीतिक दल ऐसे उपकरण हैं जिनके माध्यम
राजनीतिक दलों के महत्व को समझाइए
राजनीतिक दलों का महत्व : वास्तव में एक सफल लोकतंत्र को अपने पोषण के लिए राजनीतिक दलों का बड़ा महत्व है। राजनीतिक दल ऐसे उपकरण हैं जिनके माध्यम से नागरिक उन प्रतिनिधियों को चुनते हैं जो सरकार बनाते हैं। वे वैकल्पिक नीतियों के गुण एवं खतरों से नागरिकों को उन्हें अवगत ही नहीं कराते अपितु उन्हें राजनीतिक शिक्षा भी देते हैं। वर्तमान समय में शासन के विविध रूपों में लोकतंत्र सर्वाधिक लोकप्रिय है और लोकतांत्रिक शासन के दो प्रकार होते हैं
(1) प्रत्यक्ष लोकतंत्र और (2) अप्रत्यक्ष या प्रतिनिधियात्मक लोकतंत्र।
राज्यों की बृहत् जनसंख्या और क्षेत्र की विशालता के कारण वर्तमान समय में विश्व के लगभग सभी राज्यों में प्रतिनिधियात्मक लोकतांत्रिक शासन-व्यवस्था ही प्रचलित है। इस शासन-व्यवस्था के अन्तर्गत जनता अपने प्रतिनिधियों को चुनती है और इन प्रतिनिधियों के द्वारा शासन का कार्य किया जाता है। जनता द्वारा अपने-अपने प्रतिनिधियों के निर्वाचन और प्रतिनिधियों द्वारा शासन-व्यवस्था के संचालन की दस सम्पूर्ण प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए राजनीतिक दलों का अस्तित्व अनिवार्य है। इसके अतिरिक्त लोकतंत्रात्मक शासन-व्यवस्था लोकमत पर आधारित होती हैं और राजनीतिक दल लोकमत के निर्माण और उसकी अभिव्यक्ति के सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण साधन होते हैं। मैकाइवर ने ठीक ही कहा है कि "बिना दलीय संगठन के किसी सिद्धान्त का एक होकर प्रकाशन नहीं हो सकता, किसी भी नीति का क्रमबद्ध विकास नहीं हो सकता, संसदीय चुनावों की वैधानिक व्यवस्था नहीं हो सकती और न ऐसी मान्य संस्थाओं की व्यवस्था ही हो सकती है, जिनके द्वारा कोई भी दल शक्ति प्राप्त करता और स्थिर रखता है।" इस प्रकार ब्राइम ने भी लिखा है कि "राजनीतिक दल अनिवार्य हैं और कोई भी बड़ा स्वतन्त्र देश उनके बिना नहीं रह सकता है। किसी व्यक्ति ने यह नहीं बताया कि लोकतंत्र उनके बिना कैसे चल सकता है? ये मतदाताओं के समूह की अराजकता में से व्यवस्था उत्पन्न करते हैं। यदि दल कुछ बुराइयाँ उत्पन्न करते हैं तो वे दूसरी बुराइयों को दूर या कम भी करते हैं।"
साधारणतया एक देश के विधान या कानून के अन्तर्गत राजनीतिक दलों का उल्लेख नहीं होता है, किन्तु व्यवहार में राजनीतिक दलों का अस्तित्व भी उतना ही आवश्यक और उपयोगी होता है जितना कि विधान या कानून। अमरीकी संविधान निर्माता अपने देश में किसी भी रूप में राजनीतिक दलों को पनपने नहीं देना चाहते थे, लेकिन संविधान को लाग किए जाने के साथ ही दलीय संगठन अमरीकी राजनीतिक जीवन की एक प्रमुख विशेषता बन गये।।
लोकतांत्रिक शासन के अन्तर्गत केवल शासक दल का ही नहीं, वरन् विरोधी दल का भी महत्त्व होता है। विरोधी दल शासन करने वाले राजनीतिक दलको मर्यादित तथा नियन्त्रित रखने का कार्य करता है। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि आधुनिक राजनीतिक जीवन के लिए दलीय संगठनों का बड़ा महत्व है और इसके बिना लोकतन्त्र की सफलता सम्भव ही नहीं है। बर्क के शब्दों में कहा जा सकता है कि "दलीय प्रणाली चाहे पूर्ण रूप से भले के लिए हो या बुरे के लिए, लोकतंत्रात्मक शासन-व्यवस्था के लिए अपरिहार्य है।"
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