अच्छे आहार एवं स्वच्छता के लाभ (Benefits of Healthy food and Cleanliness in Hindi) आहार जीवन का आधार है। प्रत्येक प्राणी के लिए आहार अत्यन्त आवश्यक है
अच्छे आहार एवं स्वच्छता के लाभ (Benefits of Healthy food and Cleanliness in Hindi)
आहार जीवन का आधार है। प्रत्येक प्राणी के लिए आहार अत्यन्त आवश्यक है। अत्यन्त सूक्ष्म जीवाणु से लेकर बृहत्काय जंतुओं, मनुष्यों, वृक्षों तथा अन्य वनस्पतियों को आहार ग्रहण करना पड़ता हैं। वनस्पतियाँ अपना आहार पृथ्वी और वायु से क्रमशः अकार्बनिक लवण और कार्बन डाई आक्साइड के रूप में ग्रहण करती है। सूर्य के प्रकाश में पौधे इन्हीं से अपने भीतर उपयुक्त कार्बोहाइड्रेड, वसा व अन्य पदार्थ तैयार कर लेते हैं।
मनुष्य तथा जंतु अपना आहार वनस्पतियों तथा जातव शरीरों से प्राप्त करते हैं। इस प्रकार उनकों बना बनाया आहार मिल जाता है, जिनका अवयव उन्हीं अकार्बनिक मौलिक तत्वों से बने होते है जिनकों वनस्पतियाँ पृथ्वी तथा वायु से ग्रहण करती है। अतएव जातव वर्ग के लिए वृक्ष ही भोजन तैयार करते है।
अच्छे आहार या भोजन के प्रमुख तीन उद्देश्य हैं
- शरीर के प्रत्येक अंग को क्रिया करने की शक्ति देना ।
- दैनिक क्रियाओं में ऊतकों के टूटने-फूटने से नष्ट होने वाली कोशिकाओं का पुनर्निर्माण करना ।
- शरीर को रोगों से अपनी रक्षा करने की शक्ति देना ।
अतएव स्वास्थ्य के लिए वही आहार उपयुक्त है जो इन तीनों उद्देश्यों को पूरा करे। अच्छा आहार ही इन तीनों उद्देश्यों की पूर्ति करता है अच्छे आहार के माध्यम से व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक रूप से कार्य करने की शक्ति प्राप्त होती है। अच्छा आहार वह है जोकि स्वास्थ्य को बनाए रखने या उसे सुधारने में मदद करता है। यह कई चिरकालिक स्वास्थ्य जोखिम जैसे कि मोटापा, हृदय रोग मधुमेह और 1. कैंसर की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण है।
एक अच्छे आहार में समुचित मात्रा में सभी पोषक तत्वों और पानी का सेवन शामिल है। पोषक तत्व कई अलग खाद्य पदार्थों से शामिल किए जा सकते है। एक अच्छे आहार का पालन करना मुश्किल लग सकता है, लेकिन यह एक स्वस्थ्य जीवन बिताने के लिए महत्वपूर्ण है। शारीरिक गतिविधि के साथ पौष्टिक और संतुलित भोजन अच्छे जीवन की नींव है। स्वस्थ भोजन में उच्च गुणवत्ता वाली प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन, खनिज और जल शामिल होते हैं। एक अच्छा भोजन (स्वस्थ आहार) न केवल अच्छे स्वास्थ्य को बनाये रखने में मदद कर सकता है, बल्कि वजन नियंत्रित रखने, थकान को कम करने, रोगो से दूर रहने और लम्बे समय तक जीवित रहने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, आपके खाने वाले खाद्य पदार्थों में पोषक तत्व आपके दैनिक जीवन की गतिविधियों का समर्थन करते हैं, शारीरिक कोशिकाओं को पर्यावरणीय क्षति से बचाते हैं, और किसी भी सेलुलर नुकसान की मरम्मत करते हैं।
अच्छे आहार एवं स्वच्छता के लाभ
स्वच्छता का स्वास्थ्य से घनिष्ठ सम्बन्ध है। आरोग्य को नष्ट करने के जितने भी कारण हैं, उनमें गन्दगी प्रमुख है। बीमारियाँ गन्दगी में ही पलती है। आधुनिक जीवन में शरीर सही तरीके से कार्य करता रहे इसके लिए उपयुक्त साफ-सफाई आवश्यक है। इस तरह की स्वच्छता को व्यक्तिगत स्वच्छता कहते है। दूसरे शब्दों में, व्यक्तिगत स्वच्छता का अर्थ है कि व्यक्ति उपयुक्त तरीके से रहकर, साफ-सफाई की तरफ ध्यान देकर, व्यायाम, आराम, उचित नींद की तरफ ध्यान देकर अपनी सेहत को ठीक रख सकता है। कई बार जब एक बच्चा अपनी सफाई नहीं रखता उसे कुछ अस्वच्छ आदतें पड़ जाती है। ऐसी गन्दी आदतें बचपन में पड़ती हैं तथा बाद के जीवन में गंभीर रूप ले लेती है तथा बाद में ऐसी आदतें सुधार पाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए व्यक्तिगत स्वच्छता पर बच्चों को पर्याप्त शिक्षा दी जाती है ताकि बुरी आदतें समय पर ठीक की जा सके तथा बहुत सी बीमारियों से दूर रहे।
व्यक्तिगत स्वास्थ्य सम्बन्धी आचरण जैसे शरीर की स्वच्छता, दाँतों की सफाई, नाखूनों तथा पैरों की देखभाल, भोजन, आहार, व्यायाम, विश्राम एवं नींद, धूमपान लत, मानसिक विचार तथा मद्यपान सम्बन्धी नियमों का पालन व्यक्तिगत स्वच्छता के अन्तर्गत आतें है । यदि व्यक्ति इन बातों पर ध्यान देते है तो वे अपने आपको स्वस्थ्य रख सकते हैं इनके प्रति लापरवाही हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। 'व्यक्तिगत स्वच्छता दो शब्दों से मिलकर बना है । 'व्यक्ति' एवं 'स्वच्छता' जिससे प्रकट होता है कि स्वास्थ्य सफाई के सिद्धान्त जो कि मनुष्यों द्वारा व्यक्तिगत स्तर पर व्यवहार में लिये जाते हैं।
व्यक्तिगत स्वच्छता एवं स्वास्थ्य व्यक्ति को निम्न बातों में सहायता करता है :-
- एक अच्छा सुडौल शरीर बनाये रखने में।
- माँसपेशियों में अच्छी शक्ति बनाये रखने में ।
- सुन्दर, स्वच्छ एवं स्वस्थ मुख बनाये रखने में तथा दाँतो को नष्ट होने से बचाने में।
- त्वचा को स्वस्थ रखने एवं रोगों से मुक्त रखने में ।
- आँख, कान एवं नाक को स्वस्थ एवं रोगों से मुक्त रखने में ।
- व्यक्ति में ऊर्जा शक्ति को बनाये रखने तथा कार्य क्षमता बढ़ाने में ।
- शरीर में रोगों के खिलाफ लड़ने की शक्ति को बनाये रखने तथा संक्रमण की रोकथाम करने में ।
- वैचारिक स्थायित्व प्रदान करती है ।
- आकर्षक व्यक्तित्व का निर्माण करती है ।
स्वस्थ व लम्बी आयु के लिए अच्छी आदतें वरदान हैं। वैसे ही शरीर के विभिन्न अंगों के ठीक व सुचारू कार्य करने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता का होना आवश्यक है। अतः सेहत तथा शिक्षा का जीवन की अवधि बढ़ाने में बहुत योगदान है। ये दोनो साथ-साथ चलते हैं। जब तक शरीर स्वस्थ नहीं है तो शिक्षा में सफलता नहीं मिल सकती। सही कहा गया है कि जीवन में उच्च उद्देश्यों की प्राप्ति का स्त्रोत स्वस्थ शरीर ही है।
अच्छी सफाई अच्छी सेहत का महत्वपूर्ण अंग है। यह बीमारियों से बचाव का एक प्रभावशाली ढंग है। अतः हमें खुद को स्वच्छ तथा स्वस्थ रखना सीखना चाहिये। बच्चों में व्यक्तिगत साफ-सफाई की आदतों का विकास करना चाहिए ताकि वे स्वस्थ रह सकें।
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