सोते शेर को जगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग
सोते शेर को जगाना मुहावरे का अर्थ - शक्तिशाली व्यक्ति से अकारण शत्रुता कर बैठना, बेवजह बड़ी मुसीबत मोल लेना।
सोते शेर को जगाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
वाक्य प्रयोग: बिरजू बाबू ने दरोगा जी के खिलाफ रिपोर्ट करते सोते शेर को जगा दिया। अब बच्चू को रोज थाने के चक्कर लगाने पद रहे हैं।
वाक्य प्रयोग: आपको पहले मुझसे ही बात करनी चाहिए थी, नेता जी से बाते करके आपने सोने शेर को जगा दिया।
वाक्य प्रयोग: कहते हैं सोते शेर को जगाना नहीं चाहिए, लेकिन यहां तो भाजपा के कुछ नेताओं ने सोते शेर को जगाकर मुसीबत मोल ले ली।
वाक्य प्रयोग: आप खन्ना जी से रंजिश मोल लेते का ख़तरा न उठायें क्योंकि अगर खन्ना जी वो सोते शेर हैं जो अगर जाग गए तो आप नहीं बचेंगे।
यहाँ हमने सोते शेर को जगाना जैसे प्रचलित मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग समझाया है। सोते शेर को जगाना मुहावरे का अर्थ होता है- शक्तिशाली व्यक्ति से अकारण शत्रुता कर बैठना, बेवजह बड़ी मुसीबत मोल लेना। जब एक व्यक्ति अपने से कहीं अधिक शक्तिशाली व्यक्ति से दुश्मनी मोल लेता है तो इस कहावत का प्रयोग किया जाता है।