एक भारत श्रेष्ठ भारत पर निबंध: भारत एक ऐसा देश है, जहाँ हर कुछ किलोमीटर पर भाषा, बोली, खान-पान, वेशभूषा और रीति-रिवाज बदल जाते हैं। आज भारत में
एक भारत श्रेष्ठ भारत पर निबंध - Ek bharat Shreshtha bharat par Nibandh
एक भारत श्रेष्ठ भारत पर निबंध: भारत एक ऐसा देश है, जहाँ हर कुछ किलोमीटर पर भाषा, बोली, खान-पान, वेशभूषा और रीति-रिवाज बदल जाते हैं। आज भारत में 22 अनुसूचित भाषाएँ, 121 से अधिक प्रमुख भाषाएँ, और 270 से भी अधिक उपभाषाएँ बोली जाती हैं। इसके बावजूद, जब राष्ट्रीय पर्व आता है, तो पूरा देश एक सुर में ‘जन गण मन’ गाता है। जब कोई आपदा आती है, तो हर राज्य मदद के लिए आगे आता है। और जब कोई भारतीय विश्व मंच पर सफलता पाता है, तो पूरा देश गर्व से तालियाँ बजाता है। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का विचार इसी पुनीत भावना को जन-जन तक पहुँचाने का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अभियान है।
एक भारत, श्रेष्ठ भारत अभियान:
इस महान अभियान का सूत्रपात हमारे दूरदर्शी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 31 अक्टूबर 2015 सरदार वल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती पर किया था, जिन्होंने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से बिखरी हुई रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर अखंड भारत का स्वप्न साकार किया। 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' अभियान का लक्ष्य देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच गहन सांस्कृतिक आदान-प्रदान और आपसी समझ को बढ़ावा देना है। इसकी मूल अवधारणा यह है कि जब भारत का हर नागरिक अपने ही देश के अन्य क्षेत्रों की अनूठी परंपराओं, भाषाओं, कला रूपों और जीवन-शैलियों से परिचित होगा, तो अज्ञानता और पूर्वाग्रह के बंधन टूटेंगे और एक मजबूत, समरस तथा एकीकृत भारत का निर्माण होगा।
'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के तहत, प्रत्येक राज्य को दूसरे राज्य के साथ जोड़ा जाता है। उदाहरण के लिए, यदि उत्तर प्रदेश को तमिलनाडु के साथ जोड़ा जाए, तो उत्तर प्रदेश के छात्र और नागरिक तमिलनाडु की भाषा, साहित्य, संगीत, नृत्य, व्यंजन और कला रूपों के बारे में सीखेंगे। इसी तरह, तमिलनाडु के लोग उत्तर प्रदेश की संस्कृति से परिचित होंगे। यह आदान-प्रदान विभिन्न गतिविधियों जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों और शैक्षणिक दौरों के माध्यम से होता है।
राष्ट्रीय एकीकरण में भूमिका:
'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' अभियान के राष्ट्रीय महत्व और लाभों को कम करके नहीं आंका जा सकता। इसका सबसे बड़ा योगदान हमारी राष्ट्रीय एकीकरण की भावना को सुदृढ़ करना है।अक्सर, जानकारी के अभाव में हम दूसरे राज्यों या संस्कृतियों के बारे में गलत धारणाएँ बना लेते हैं। 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' विभिन्न राज्यों के बीच सीधा संवाद और सांस्कृतिक आदान-प्रदान सुनिश्चित करके इन भ्रांतियों को तोड़ता है। जब हम एक-दूसरे के रीति-रिवाजों को करीब से देखते हैं, उनकी भाषाओं के कुछ शब्द सीखते हैं, और उनके त्योहारों में शामिल होते हैं, तो हम यह समझते हैं कि मतभेद केवल ऊपरी हैं; भीतर से हम सब एक ही भारतीय भावना से ओत-प्रोत हैं।
इसके अतिरिक्त, यह अभियान पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देता है। जब लोग दूसरे राज्यों की संस्कृति और विरासत को जानने के लिए उत्सुक होते हैं, तो वे उन स्थानों की यात्रा करते हैं। इससे न केवल पर्यटन बढ़ता है, बल्कि स्थानीय कला, शिल्प और व्यंजनों को भी प्रोत्साहन मिलता है।
उपसंहार:
'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' केवल एक सरकारी परियोजना नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है। यह अभियान हमें बताता है कि हमारी विविधता हमारी कमजोरी नहीं, बल्कि हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। एक ऐसे वैश्विक परिदृश्य में जहाँ सांस्कृतिक टकराव और विभाजन बढ़ रहे हैं, भारत का यह अभियान विश्व को सद्भाव और सह-अस्तित्व का अनूठा संदेश देता है। अतः यह प्रत्येक भारतीय नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह इस भावना को आत्मसात करे और देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए, एक समृद्ध, एकजुट और श्रेष्ठ भारत के निर्माण में अपना योगदान दे।
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