नीचा दिखाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग
नीचा दिखाना मुहावरे का अर्थ- अपमानित करना; बेइज्जत करना; शर्मिंदा करना; तुच्छ ठहराना; औरों की नज़रों में गिराना; हराना; ज़लील करना; हतोत्साह करना।
नीचा दिखाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
वाक्य प्रयोग: पंडित मूसादत्त ने सोचा गजैसिंह का घमंड बहुत बढ़ गया है, उसे नीचा दिखाना ही होगा ।
वाक्य प्रयोग: 'मजाक' में किसी को नीचा दिखाना, नियम के खिलाफ है, क्योंकि इस मजाक में भी बहुत चुभन छुपी होती है।
वाक्य प्रयोग: प्रधानमंत्री को उन तत्वों से सावधान रहना चाहिए, जो उन्हीं की पार्टी में उन्हें नीचा दिखाना चाहते हैं।
वाक्य प्रयोग: छात्र जीवन में आपका उद्देश्य किसी को नीचा दिखाना नहीं है अपितु अध्ययन करना होना चाहिए।
वाक्य प्रयोग: मोहन की माँ ने आज सब के सामने रोहन की माँ को नीचा दिखाया क्योंकि उनके पास कुछ सामान खरीदने के लिए पैसे कम हो गए थे|
वाक्य प्रयोग: कौरवों ने पाण्डवों को अनेक बार नीचा दिखाने की कोशिश की परन्तु वे सफल न हो सके।
वाक्य प्रयोग: किसी के मुँह पर उसकी आलोचना करना तथा पीठ पीछे उसे नीचा दिखाना दोनों में पर्याप्त अंतर है।
वाक्य प्रयोग: हीरामणि ने उसे नीचा दिखाना चाहा था, मगर खुद उसे ही नीचा देखना पड़ा, जीतने पर भी उसे हार हुई।
वाक्य प्रयोग: कुछ लोग दूसरो को सिर्फ नीचा दिखाना का प्रयास करते है, परन्तु किसी का नीचा दिखाने मे कोई लाभ नही है
यहाँ हमने नीचा दिखाना जैसे प्रचलित मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग समझाया है। नीचा दिखाना मुहावरे का अर्थ होता है- अपमानित करना; बेइज्जत करना; शर्मिंदा करना; तुच्छ ठहराना; औरों की नज़रों में गिराना; हराना; ज़लील करना; हतोत्साह करना। जब कोई व्यक्ति किसी को अपमानित करता है तो इस मुहावरे/कहावत का प्रयोग करते हैं।