जहांगीर ने क्या क्या बनवाया था?
जहाँगीर मुगल काल का चौथा बादशाह था। जहाँगीर ने इतिमाद-उद-दौला (उनकी पत्नी नूरजहाँ के पिता) का मकबरा बनवाया और सिकंदरा में अकबर का मकबरा बनवाया। जहाँगीर ने श्रीनगर में प्रसिद्ध शालीमार बाग, लाहौर में मोती मस्जिद और बेगम शाही मस्जिद भी बनवाई।
जहांगीर के द्वारा बनवाये गए स्मारक
शालीमार बाग
सम्राट जहाँगीर ने अपनी रानी के लिए अपना प्रसिद्ध शालीमार बाग बनवाया। उन्होंने 1619 में प्राचीन उद्यान को एक शाही उद्यान में बदल दिया और इसे 'फराह बख्श' ('सुखद') कहा। उन्होंने इसे अपनी पत्नी नूरजहाँ ('दुनिया की रोशनी') के लिए बनवाया था।
इतिमाद-उद-दौला का मकबरा
इतिमाद-उद-दौला का मकबरा (इतिमाद-उद-दौला मकबरा) भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में एक मुगल मकबरा है। इस मकबरे को "ज्वेल बॉक्स", "बच्चा ताज" या "बेबी ताज" के रूप में भी जाना जाता है, एतिमाद-उद-दौला की कब्र को अक्सर ताजमहल का प्रारूप माना जाता है।
मोती मस्जिद
यह मुगल सम्राट जहाँगीर द्वारा निर्मित और शाहजहाँ के वास्तुकारों द्वारा संशोधित एक छोटी, सफेद संगमरमर की संरचना है, और लाहौर किले के परिसर में उनके प्रमुख विस्तार (जैसे शीश महल और नौलखा मंडप) में से एक है। मोती मस्जिद मुख्य प्रवेश द्वार आलमगिरी गेट के पास लाहौर किले के पश्चिमी तरफ स्थित है।
बेगम शाही मस्जिद
17वीं सदी की शुरुआत में बनी बेगम शाही मस्जिद पाकिस्तान के लाहौर शहर में स्थित है। मस्जिद 1611 और 1614 के बीच मुगल सम्राट जहांगीर के शासनकाल के दौरान अपनी मां के सम्मान में बनाई गई थी और यह लाहौर की मुगल-युग की मस्जिद का सबसे पुराना जीवित उदाहरण है।