तुलनात्मक राजनीति के अर्थ, प्रकृति व क्षेत्र की विवेचना कीजिए। तुलनात्मक राजनीति का अर्थ एवं परिभाषा बताइये। तुलनात्मक राजनीति की अवधारणा स्पष्ट कीजिए
तुलनात्मक राजनीति के अर्थ, प्रकृति व क्षेत्र की विवेचना कीजिए।
- तुलनात्मक राजनीति का अर्थ एवं परिभाषा बताइये।
- तुलनात्मक राजनीति की अवधारणा स्पष्ट कीजिए।
तुलनात्मक राजनीति से तात्पर्य, "राजनैतिक व्यवस्था से सम्बंधित राजनीतिक प्रक्रिया के अनेक स्तरों पर तुलनात्मक अध्ययन के आधार पर राजनीतिक व्यवहार संबंधी सिद्धांत निर्माण के लक्ष्य से पूर्ण शास्त्र को ही तुलनात्मक राजनीति कहा जाता है।"
तुलनात्मक राजनीति का अर्थ
तुलनात्मक राजनीति के अर्थ का विस्तारपूर्वक विवेचन करने से पहले इसका तुलनात्मक सरकार' (Comparativegovernment) से अंतर समझ लेना महत्वपूर्ण पूर्ण है। सामान्य तथा, तुलनात्मक राजनीति को 'तुलनात्मक शासन' या 'तुलनात्मक सरकार' का पर्याय समझा जाता है। दोनों का ही सम्बन्ध 'राजनीति' से होने के कारण इनका एक-दूसरे के लिए अदल-बदल कर उपयोग करना कुछ स्वाभाविक ही है। परन्तु राजनीति विज्ञान में इनका सुनिश्चित अर्थ किया जाता है। जी० के० रॉबर्ट्स ने तुलनात्मक सरकार व तुलनात्मक राजनीति को भिन्न-भिन्न माना है। उन्होंने तुलनात्मक सरकार का विश्लेषण इस प्रकार किया है
"तुलनात्मक सरकार, राज्यों, उनकी संस्थाओं व सरकारों के कार्यों का अध्ययन है जिसमें सम्भवतः सज्य क्रिया से अधिक निकट का सम्बन्ध रखने वाले पूरक समूहों-राजनीतिक दल व दबाव समूहों, का भी अध्ययन समाहित है।"
जीन ब्लोण्डेल ने भी तुलनात्मक सरकार का अर्थ रॉबर्ट्स द्वारा किये गये अर्थ के अनुरूप ही किया है। इन्होंने तुलनात्मक सरकार को परिभाषित करते हुए लिखा है, "तुलनात्मक सरकार समकालीन विश्व में राष्ट्रीय सरकारों के प्रतिमानों का अध्ययन है।"
तुलनात्मक सरकार की ऊपर दी गयी परिभाषाओं से स्पष्ट है कि इसमें राज्य से सम्बन्धित औपचारिक संस्थाओं का ही मुख्य रूप से तुलनात्मक अध्ययन होता है। इसमें राजनीतिक व्यवहार से सम्बन्धित सभी प्रक्रियाओं व अन्य गैर-सरकारी संस्थाओं का अध्ययन समाहित नहीं किया जाता। वर्तमान में राजनीतिक दल व दबाव समूहों को सभी राज्य में महत्वपूर्ण भूमिका के कारण इनका अध्ययन भी लनात्मक सरकारों में समाहित किया जाने लगा है। किन्तु मुख्य केन्द्र शासन की संस्थाओं के तुलनात्मक विश्लेषण पर रहता है। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि तुलनात्मक शासन में सम्पूर्ण राजनीतिक व्यवहार का अध्ययन नहीं होता। राजनीतिक व्यवहार के कई पहलू व अनेकों गैर-शासकीय संस्थाएँ, जिनसे सरकारों का व्यवहार ढलता व बदलता है, तुलनात्मक सरकार में सम्मिलित नहीं की जाती हैं।
तुलनात्मक राजनीति का सम्बन्ध राजनीतिक व्यवहार की सम्पूर्णता (totality of political behaviour) के अध्ययन से है। इसमें सरकारों व राजकीय संस्थाओं का तुलनात्मक अध्ययन तो स्वतः ही सम्मिलित रहता है। क्योंकि, राजनीतिक व्यवहार, राजनीतिक संस्थाओं व मुख्यतः सरकारी संस्थाओं के साथ-साथ रहता है। परन्तु इसके अलावा तुलनात्मक राजनीति में उन प्रभावों व प्रक्रियाओं का अध्ययन भी समाहित किया जाता है जिससे सरकारों का व्यवहार इस या उस प्रकार का बनता है। जी० के० रॉबर्ट्स ने तुलनात्मक राजनीति का अर्थ स्पष्ट करते हुए लिखा है
तुलनात्मक राजनीति का क्षेत्र
"तुलनात्मक राजनीति बृहत्तर क्षेत्र का संकेतक है जिसमें तुलनात्मक सरकारों व गैर-शासकीय राजनीति-कबीलों, सम्प्रदायों (Communities) व गैर-राजकीय संगठनों की राजनीति-का भी अध्ययन किया जाता है।"
एडवर्ड ए० फ्रीमैन (Edward A. Freeman) भी तुलनात्मक राजनीति के विस्तार-पूर्वक क्षेत्र के हितैषी हैं। इनकी मान्यता है कि तुलनात्मक राजनीति में केवल सरकारों के विभिन्न रूपों का ही तुलनात्मक अध्ययन सम्मिलित नहीं होता अपितु विविध राजनीतिक प्रक्रियाओं व उनसे सम्बद्ध राजनीतिक व गैर-राजकीय संस्थाओं का भी तुलनात्मक अध्ययन सम्मिलित होता है। तुलनात्मक राजनीति की व्याख्या करते हुए फ्रीमैन ने लिखा है,
"तुलनात्मक राजनीति सरकारों के अनेक प्रकारों व भिन्न-भिन्न राजनीतिक संस्थाओं का तुलनात्मक विश्लेषण है।"
तुलनात्मक राजनीति की उपरोक्त व्याख्या से स्पष्ट है कि तुलनात्मक राजनीति व सृजनात्मक शासन एक समान नहीं हैं। तुलनात्मक शासन, राजनीति के केवल शासन सम्बन्धी संस्थागत पहलुओं के अध्ययन तक सीमित है। जबकि तुलनात्मक राजनीति उससे एक कदम आगे बढ़कर उन सभी शक्तियों (forces) व प्रभावों का भी अध्ययन करती है जो राजनीतिक संस्थाओं, राजनीतिक प्रक्रिया व राजनीतिक व्यवहार को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से विशेष प्रकार का बनाने के लिए जिम्मेदार है।
तुलनात्मक राजनीति, तुलनात्मक राजनीतिक विश्लेषण व तुलनात्मक विधि से भी अलग है। तुलनात्मक राजनीतिक विश्लेषण (comparativepolitical analysis) मुख्यतः राजनीति-विज्ञान से सम्बद्ध तुलनात्मक विश्लेषण को कहते हैं और इस कारण वह सुव्यक्त (explicit) या अव्यक्त (implicit) रूप से राजनीति-विज्ञान में राजनीतिक स्पष्टीकरण (Political explanation) करने में विशेष रूप से योगदान देता है। तुलनात्मक विधि, सामान्य आनुभविक प्रस्थापनाओं (propositions) की स्थापना की मौलिक विधियों में से विशेष विधि है। यह केस विधि (case method) के विपरीत है।
तुलनात्मक राजनीति की परिभाषा
तुलनात्मक राजनीति, विभिन्न शासन व्यवस्थाओं, राजनीतिक प्रक्रियाओं व राजनीतिक व्यवहार का तुलनात्मक रूप से अध्ययन व विश्लेषण है। राल्फ ब्रेबन्ती ने तुलनात्मक राजनीति की व्यापक परिभाषा की है। इन्होंने लिखा है
"तुलनात्मक राजनीति सम्पूर्ण सामाजिक व्यवस्था में उन तत्वों की पहचान व व्याख्या है जो राजनीतिक कार्यों व उनके संस्थागत प्रकाशन पर प्रभाव डालते हैं।"
तुलनात्मक राजनीति की संक्षिप्त व शायद सबसे स्पष्ट परिभाषा एम० कार्टिस ने दी है। उनके अनुसार,
"तुलनात्मक राजनीति का सम्बन्ध राजनीतिक संस्थाओं की कार्यविधि व राजनीतिक व्यवहार की महत्त्वपूर्ण निरन्तरताओं, समानताओं और असमानताओं से है।"
तुलनात्मक राजनीति इस प्रकार राजनीतिक संस्थाओं व राजनीतिक व्यवहार की समानताओं-असमानताओं के अध्ययन से जुड़े हैं। इसमें अर्थपूर्ण व्याख्या के लिए आवश्यक व्याख्यात्मक परिकल्पनाएँ (explanatory hypothesis) होती हैं। कथनों का परीक्षण व आनुभविक तथ्यों (empirical data) के संवर्ग व वर्गीकरण किये जाते हैं। अवलोकन व जहाँ सम्भव हो प्रयोग कर, शोध प्रविधियों का उपयोग करके तुलनात्मक राजनीतिक अध्ययन, राजनीति के बारे में ज्ञान ग्रहण करता है।
तुलनात्मक राजनीति की उपरोक्त परिभाषाओं व व्याख्या से स्पष्ट है कि यह एक स्वतंत्र अनुशासन है। तुलनात्मक राजनीति में, एक स्वतंत्र अनुशासन के लिए महत्त्वपूर्ण सुस्पष्ट एवं निश्चित विषय-क्षेत्र है। इसकी भी अध्ययन सम्बन्धी स्वविकसित पद्धतियाँ व प्रविधियाँ हैं। इसकी प्रकृति व विषय-क्षेत्र के विश्लेषण से यह और भी स्पष्ट हो जायेगा कि तुलनात्मक राजनीति एक स्वतंत्र अनुशासन (independent discipline) है।
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