दैवी सिद्धांत के पतन का कारण
मानव इतिहास में एक दीर्घकाल तक राज्य की उत्पत्ति के दैवी सिद्धांत को मान्यता प्राप्त रही, किन्तु सभ्यता की प्रगति तथा वैज्ञानिक विकास के साथ-साथ इस सिद्धांत का पतन प्रारम्भ हो गया। गिलक्राइस्ट के अनुसार, दैवी सिद्धांत के पतन के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं
- वैज्ञानिक प्रवृत्ति और विवेक के उदय के परिणामस्वरूप स्वाभाविक रूप में अन्धविश्वास पर आधारित राज्य की उत्पत्ति के दैवी सिद्धांत का अन्त हो गया।
- राज्य की उत्पत्ति के सामाजिक समझौता सिद्धांत का उदय जिसके अनुसार राज्य एक मानव-निर्मित संस्था है।
- यूरोप में धार्मिक आन्दोलन के कारण चर्च तथा राज्य का पृथक्करण भी दैवी सिद्धांत के पतन का कारण बना।
- लोकतन्त्रात्मक शासन की विचारधारा का प्रचलन जिसके द्वारा निरंकुश शासन का विरोध तथा खण्डन किया गया।
- 1688 की इंग्लैण्ड की गौरवपूर्ण क्रान्ति, 1776 की अमरीकी क्रान्ति और 1789 की फ्रेंच क्रान्ति ने तो राज्य की उत्पत्ति के दैवी सिद्धांत को समूलतः ही नष्ट कर दिया था।