राजनीतिक विचारधारा एवं राजनीतिक सिद्धांत में अंतर बताइये।
राजनीतिक विचारधारा एवं राजनीतिक सिद्धांत में अंतर
राजनीतिक सिद्धांत और राजनीतिक विचारों (ideas), विचारणाओं (thoughts) एवं चिन्तन (thinking) के मध्य बड़ा अन्तर है। राजनीतिक विचारों के अनेक इतिहासकार इन्हें राजनीतिक सिद्धांत का पर्याय मानकर चल रहे हैं। किन्तु राजनीतिक विचारों का इतिहास राजनीतिक सिद्धांत या उसका इतिहास नहीं हो सकता। 'राजनीतिक विचार' एक व्यापक शब्द है जो कि मानव की राजनीतिक संस्थाओं. और चिन्तन से सम्बन्धित सभी अभिव्यक्तियों को शामिल करता है और उसमें सिद्धांत, विचारधारा, जनमत आदि सभी शामिल हैं। गैटल, डॉयल आदि लेखकों ने इसी व्यापक दृष्टिकोण को अपनाया है। जेम्स ए० गोल्ड (James A. Gould) तथा विसेन्ट थी (Vicent V. Thursby) ने अपनी पुस्तक Contemporary Political Thought (1969) में राजनीति विज्ञान की विषय-सामग्री को राजनीतिक विचारों के रूप में ही ग्रहण करने का आग्रह किया है। परन्तु आधुनिक राजनीतिक सिद्धांत पर दृष्टिकोण को नहीं अपनाता। राजनीतिक सिद्धांत एवं राजनीतिक विचार परस्पर सम्बन्धित होते हुए भी स्वरूप, व्यापकता तथा सत्यता की दृष्टि से पृथक्-पृथक् धारणाएँ हैं। राजनीतिक विचार व्यक्तिपरक, चिन्तनात्मक, अमूर्त, परिवर्तनशील तथा अस्पष्ट होते हैं। वे प्रत्येक संस्था, संरचना, प्रक्रिया
अभिव्यक्ति आदि में घुले मिले होते हैं। राजनीतिक सिद्धांत विशिष्ट लक्षणों से युक्त राजनीतिक विचारों का समूह है। सिद्धांत में विशिष्ट विचारों का ही स्थान है। विचारों को भी तकनीकी स्वरूप प्रदान करके उन्हें अवधारणाएँ, सामान्यीकरण आदि कहा जाता है।