राजनीतिक सिद्धांत में व्याख्या की मार्क्सवादी परम्परा बताइये।
राजनीतिक सिद्धांत की मार्क्सवादी परम्परा
राजनीतिक सिद्धांत में मार्क्सवादी परम्परा के तहत व्याख्या का प्रमुख आधार भौतिकवाद है इसकी पद्धति द्वन्द्वात्मक है। मार्क्सवादी परम्परा में भौतिकवादी तत्व को ही प्रधानता दी गयी है। इसके तहत प्रत्येक धारणा चाहे वह स्वतन्त्रता हो, समानता हो, राज्य हो, सम्प्रभुता हो, प्रत्येक की व्याख्या भौतिकवाद (आर्थिक तत्व) के आधार पर ही की यी है। मार्क्स के अनुसार राज्य का विकास आर्थिक, सम्बन्धों के बदलते स्वरूपों का ही परिणाम है। मार्क्स ने इस सन्दर्भ में स्वयं इतिहास की 'भौतिकवादी व्याख्या' प्रस्तुत की। इस प्रकार व्याख्या की मार्क्सवादी परम्परा पूर्णतया आर्थिक तत्व, भैतिकता व द्वन्द्वात्मकता पद्धति पर आधारित है।