लोमड़ी पर निबंध Essay on Fox in Hindi Language
मित्रों इस लेख में पढ़िए लोमड़ी पर निबंध जो सभी विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए विशेष तौर पर लिखा गया है। इस लेख में लोमड़ी पर तीन निबंध (Essay on Fox in Hindi) दिए गए हैं। पहला निबंध कक्षा 1, 2, 3 के लिए है। लोमड़ी पर दूसरा निबंध कक्षा 4, 5, 6 के लिए है और तीसरा निबंध कक्षा 7, 8, 9, 10 के लिए है।
Few Sentences on Fox in Hindi
- लोमड़ी एक छोटा स्तनधारी जानवर है।
- यह पूरी दुनिया में पायी जाती है।
- यह कुत्तों की सबसे छोटी प्रजाती है।
- यह एक निशाचर प्राणी होती है।
- लोमड़ी अल्जीरिया देश का राष्ट्रीय पशु है।
- इसकी 12 प्रजातियाँ पायी जाती हैं।
- लाल लोमड़ी आकार में सबसे बड़ी होती है।
- इसे चिड़ियाघर में देखा जा सकता है।
- इनमें सुनने और सूंघने की विशेष क्षमता होती है।
- लोमड़ियाँ ज्यादातर एकांतप्रिय होती हैं।
- इनका जीवनकाल 2 से 5 वर्ष तक होता हैं।
Short Essay on Fox in Hindi
लोमड़ी एक छोटा स्तनधारी जानवर है। यह सभी महाद्वीपों (अंटार्कटिका को छोड़कर) पर पाए जाते हैं। वे ज्यादातर जंगल, झाड़ी और रेगिस्तानी क्षेत्रों में रहते हैं। लोमड़ी एक सर्वाहारी प्राणी होता है। ये गिलहरी, चूहे, पक्षियों के अंडे और यहां तक कि फल और जामुन भी खा लेती हैं। लोमड़ी कुत्ते परिवार की सबसे छोटी प्रजातियां हैं। यह अपनी चालाकी के लिए जानी जाती है। भारतवर्ष की लोमड़ी का रंग गीदड़ सा होता है; पर यह उससे बहुत छोटी होता है। इसके तीखे कान, पतले थूथन और झवरी पूंछ होती है। इनमे बिल्ली के सामान छलांग लगाने और पेड़ पर चढ़ने की क्षमता भी होती है। कुत्तों के समान इनकी भी सुनने और सूंघने के क्षमता कमाल की होती है।Long Essay on Fox in Hindi
एक लोमड़ी एक छोटा स्तनधारी जानवर है। यह एक सर्वाहारी प्राणी होता है। ये गिलहरी, चूहे, पक्षियों के अंडे और यहां तक कि फल और जामुन भी खा लेती हैं। लोमड़ी कुत्तों की सबसे छोटी प्रजाती होती है। यह सभी महाद्वीपों (अंटार्कटिका को छोड़कर) पर पाए जाते हैं। वे ज्यादातर जंगल, झाड़ी और रेगिस्तानी क्षेत्रों में रहते हैं। यह अपनी चालाकी के लिए जनि जाती है कुत्तों के समान इनकी भी सुनने और सूंघने के क्षमता कमाल की होती है।
दुनिया भर में लोमड़ी की लगभग 12 अलग-अलग प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें शहरी लोमड़ी या लाल लोमड़ी, सुंदर सफेद आर्कटिक लोमड़ी, फेनेक लोमड़ी, रेगिस्तान लोमड़ी शामिल हैं। वे 2 से 5 साल तक जीवित रहती हैं, लेकिन कैद में वे 14 साल तक जीवित रहती हैं। लोमड़ियों की ऊंचाई 35 से 45 इंच तक हो सकती है और इसका वजन लगभग 5 से 11 किलो तक होता है।
लोमड़ी के तीखे कान, पतले थूथन और झवरी पूंछ होती है। लोमड़ियों की ज्यादातर प्रजातियां अकेले रहना पसंद करती हैं। कुछ दुर्लभ प्रजातियां छोटे समूहों में रहती हैं। लोमड़ियों को उनकी चपलता के लिए जाना जाता है। अंग्रेजी में मादा लोमड़ी को विक्सेन और एक नर लोमड़ी को डॉग कहा जाता है। लोमड़ियों कई तरीकों से अपनी पूंछ का उपयोग करती है। उनकी झबरी पूंछ उन्हें ठंड के मौसम में सोते समय गर्म रखने में मदद करती है। वे दौड़ते समय संतुलन के लिए अपनी पूंछ का उपयोग करते हैं। कभी-कभी इसका उपयोग अपने परिवार के सदस्यों को संकेत भेजने के लिए करती हैं।
अफसोस की बात है, कुछ क्रूर लोग इसके फर के लिए लोमड़ियों का शिकार करना पसंद करते हैं। इंसान इनके अस्तित्व के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है। कुल मिलाकर, वर्तमान में तो यह संकटग्रस्त जीव नहीं है। फिर भी संख्या कुछ दशकों पहले की तुलना में बहुत कम है। कई प्रजातियां हैं जो कुछ क्षेत्रों से लगभग मिटा दी गई हैं। इसीलिए इनके लिए संरक्षण के प्रयास किए जाने चाहिए।
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