BEST HINDI POEM OF KIDS - मोटूराम मोटूराम
मोटूराम मोटूराम
मोटूराम मोटूराम
दिन भर खाते जाए जाम,
पेट को न दे जरा आराम,
मोटूराम। मोटूराम।
स्कूल जो जाए मोटूराम,
दोस्त सताए खुलेआम,
मोटू, तू है तोंदूराम।
हमारी कमर, तेरा गोदाम।
तैश में आएँ मोटूराम।
भागे पीछे सरेआम,
पर बाकी सब पतलूराम
पीछे रह जाएँ मोटूराम ।
रोते घर आएँ मोटूराम,
सर उठा लें पूरा धाम,
माँ पुचकारे छोटूराम,
मत रो बेटा , खा ले आम ।
जब जब रोतें मोटूराम,
तब तब सूते जाए आम,
और करें कुछ, काम न धाम,
मुटियाते जाएँ मोटूराम ।
एक दिन पेट में उठा संग्राम।
डाक्टर के पास मोटूराम,
सुई लगी, चिल्लाए ' राम'
'राम, राम। हाए राम ।
तब जाने सेहत के दाम,
अब हर रोज़ करें व्यायाम,
धीरे धीरे घटा वज़न,
पतले हो गए मोटूराम।
बहुत अच्छी कविता।
ReplyDeleteThanks for sharing.