जब मैंने पौधा लगाया हिंदी निबंध: बचपन से ही पेड़-पौधों से मेरा एक खास रिश्ता रहा है। बरसात में झूमते पेड़ों से होकर बहती ठंडी हवा, रंग-बिरंगे फूलों की
जब मैंने पौधा लगाया हिंदी निबंध - Jab Maine Paudha Lagaya Essay in Hindi
बचपन से ही पेड़ पौधों से मेरा एक खास रिश्ता रहा है। बरसात में झूमते पेड़ों से होकर बहती ठंडी हवा, रंग-बिरंगे फूलों की खुशबू और पत्तियों की सरसराहट - मुझे अपनी ओर आकर्षित करती। शायद यही वजह है कि एक दिन, मेरे मन में एक ख्याल आया - क्यों न मैं अपना खुद का एक छोटा सा पौधा लगाऊं? अपना एक हरा भरा दोस्त, जिसकी मैं देखभाल कर सकूं और उसे बढ़ता हुआ देख सकूं।
शाम को दुकान से लौटते हुए, मैंने एक छोटे से गमले में लगा हुआ गुलाब का पौधा देखा। उसकी कोमल पत्तियां और गुलाबी कलियां मुझे बहुत पसंद आई। बिना किसी देरी के मैंने उसे खरीद लिया। घर पहुंचते ही, मैंने बाल कनी में एक ऐसी जगह ढूंढी जहां सुबह की धूप उसे मिल सके। फिर मैंने मम्मी की मदद से गमले में थोड़ी सी ताजी मिट्टी डाली और ध्यान से पौधे को उसमें लगा दिया। उसकी जड़ों को सहारा देने के लिए मैंने मिट्टी को हल्के से दबाया। उसके बाद, मैंने धीरे-धीरे पानी डाला, यह सुनिश्चित करते हुए कि पानी ज़्यादा न हो जाए।
अगले कुछ दिन मेरे लिए किसी उत्सव से कम न थे। हर सुबह उठते ही सबसे पहले मैं बाल कनी दौड़ता, ये देखने के लिए, कि मेरा छोटा साथी कैसा है? और खुशी तब दोगुनी हो जाती, जब मैं देखता, कि वो हरा-भरा और तरोताजा खड़ा है। हफ्ते भर बाद, मेरी खुशी का ठिकाना न रहा। एक नन्ही सी कोमल पत्ती उसके तने पर निकल आई थी! मानो वो मुझसे कह रही हो, "धन्यवाद, मेरा ख्याल रखने के लिए!"
धीरे-धीरे अपने हरे साथी की देखभाल करना अब मेरी रोज़मर्रा की आदत बन गई। उसे नियमित रूप से पानी देना, कभी-कभी उसकी पत्तियों को नम कपड़े से पोंछना, ये छोटे-छोटे काम अब मुझे बहुत संतुष्टि देते। घर लौटते ही मैं उसे बताता कि स्कूल में क्या हुआ, या आज कितनी खूबसूरत तितली बालकनी में आई थी। धीरे-धीरे गुलाब की कली खिली और एक खूबसूरत गुलाब का फूल बन गई। उसकी खुशबू से सारी बाल कनी महक उठी। उस पल मुझे लगा मानो मैंने जादू कर दिया हो!
अपने पहले पौधे को लगाना और उसकी देखभाल करना मेरे लिए एक ऐसा अनुभव है जिसे मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा। यह मेरे लिए प्रकृति से जुड़ने का एक नया रास्ता था। अब मेरी बाल कनी में, सिर्फ एक ही गुलाब का पौधा नहीं है, बल्कि कई तरह के रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं। ये सब मेरे हरे-भरे दोस्त हैं, जिनके बीच रहकर मुझे खुशी महसूस होती है।
जब मैंने पौधा लगाया हिंदी निबंध - 2
परिचय: बचपन से ही मुझे प्रकृति से गहरा लगाव रहा है। पेड़ों, फूलों और हरियाली के बीच मुझे हमेशा सुकून मिलता है। इसीलिए एक दिन मैंने सोचा, कि क्यों न मैं खुद भी एक पौधा लगाऊं, और उसकी देखभाल करूं? यह सोचकर मैंने एक छोटा सा पौधा और गमला खरीदा और घर लाया।
पौधा लगाना: मैंने सबसे पहले एक उपयुक्त जगह ढूंढी जहां पौधे को पर्याप्त धूप मिल सके। फिर मैंने गमले में मिट्टी डाली और उसमें पौधे को लगा दिया। मैंने ध्यान रखा कि पौधे की जड़ें मिट्टी में अच्छी तरह से फैल जाएं। इसके बाद मैंने पौधे को पानी दिया और उसे धूप में रख दिया।
पौधे की देखभाल: हर रोज़ सुबह मैं पौधे को पानी देता । मैं यह भी देखता कि पौधे को कितनी धूप मिल रही है और ज़रूरत पड़ने पर उसे धूप में इधर-उधर घुमाता। कुछ दिनों बाद मैंने देखा कि पौधे में नई पत्तियां निकलने लगी हैं। मुझे बहुत खुशी हुई कि मेरी देखभाल से पौधा बढ़ रहा था।
खुशी और संतुष्टि: धीरे-धीरे पौधा बड़ा होता गया और उसमें फूल भी आने लगे। जब मैंने पहली बार पौधे में फूल खिलते हुए देखा तो मुझे बहुत खुशी हुई। मुझे लगा कि मैंने प्रकृति के प्रति अपना कर्तव्य निभाया है। पौधे की देखभाल करना मेरे लिए एक सुखद अनुभव बन गया।
निष्कर्ष: पौधा लगाना और उसकी देखभाल करना न सिर्फ़ एक ज़िम्मेदारी है, बल्कि यह एक सुंदर अनुभव भी है। इससे हमें प्रकृति के करीब आने का मौका मिलता है और हमें यह भी पता चलता है कि जीवन को बनाए रखने के लिए कितनी मेहनत और लगन की ज़रूरत होती है।
पौधा लगाने से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
- मैं घर पर कौन-से पौधे लगा सकता हूँ?
आप घर पर कई तरह के पौधे लगा सकते हैं, जैसे कि - तुलसी (Holy Basil), पुदीना (Mint), धनिया (Coriander), मिर्च (Chili), टमाटर (Tomato), गुलाब (Rose), गेंदा (Marigold), आदि। अपनी जलवायु और उपलब्ध धूप के हिसाब से पौधे चुनना सबसे अच्छा होता है।
- मुझे अपने पौधों को कितना पानी देना चाहिए?
पौधों को लगने वाले पानी की मात्रा उनकी किस्म, मौसम और गमले के आकार पर निर्भर करती है। आमतौर पर, गमले की मिट्टी थोड़ी नम होनी चाहिए, गीली नहीं। पौधों को ज़्यादा पानी देने से उनकी जड़ें सड़ सकती हैं।
- पौधे को कितनी धूप चाहिए?
- क्या सब्जियां भी गमलों में उगाई जा सकती हैं?
बिल्कुल! टमाटर, मिर्च, पालक, धनिया जैसी कई सब्जियां गमलों में आसानी से उगाई जा सकती हैं। इससे आपको ताज़ी और जैविक सब्जियां खाने को मिलती हैं।
- कीटों से पौधों की रक्षा कैसे करें?
आप नीम का तेल, लहसुन का पेस्ट या दालचीनी का पाउडर पानी में मिलाकर प्राकृतिक कीटनाशक बना सकते हैं। बाजार में भी कई तरह के ऑर्गेनिक कीटनाशक उपलब्ध हैं।
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