सूर्यास्त का दृश्य पर निबंध: सूर्यास्त का समय प्रकृति का सबसे मोहक और शांतिपूर्ण क्षण होता है। इसे गोधूलि वेला भी कहा जाता है, जब सूर्य धीरे-धीरे पश्च
सूर्यास्त का दृश्य पर निबंध - Suryast ka Drishya Essay in Hindi
सूर्यास्त का दृश्य पर निबंध: सूर्यास्त का समय प्रकृति का सबसे मोहक और शांतिपूर्ण क्षण होता है। इसे गोधूलि वेला भी कहा जाता है, जब सूर्य धीरे-धीरे पश्चिम की ओर झुकने लगता है, मानो थककर विश्राम करने जा रहा हो। दिनभर की चहल-पहल और तेज धूप के बाद यह समय वातावरण में एक सुखद शीतलता लेकर आता है।। यह समय ना केवल आँखों को सुकून देता है, बल्कि हृदय को भी आनंद और शांति से भर देता है।
सूर्य की मद्धम पड़ती किरणें जब धरती पर गिरती हैं, तो ऐसा प्रतीत होता है मानो किसी ने सोने की चादर बिछा दी हो। खेतों में खड़ी फसलें, झीलों और नदियों का जल, यहाँ तक कि शहर की ऊँची इमारतें भी इस सुनहरी आभा से चमक उठती हैं। पक्षियों के झुंड अपने घोंसलों की ओर लौटने लगते हैं, उनकी चहचहाहट मधुर संगीत की भांति गूंजने लगती है। मंदिरों में घंटियों की मधुर ध्वनि और आरती के स्वर वातावरण में आध्यात्मिकता घोल देते हैं।
समुद्र के किनारे सूर्यास्त का दृश्य और भी मनमोहक हो जाता है, जब सूर्य की किरणें लहरों के साथ खेलती हैं और पानी में उसका प्रतिबिंब किसी जलते दीप की तरह झिलमिलाने लगता है। रेगिस्तान में यह दृश्य किसी जादू से कम नहीं लगता, जब रेत के कण सूर्य की रोशनी से सोने की तरह दमकने लगते हैं। पहाड़ों पर अस्त होता सूरज उनकी चोटियों पर सुनहरी आभा बिखेरता है, जो मन को एक अनूठी शांति प्रदान करता है।
संध्या का यह समय हर किसी के लिए खास होता है। इस समय बच्चे अपने खेल खत्म कर घर लौटते हैं, कामकाजी लोग दिनभर की थकान के बाद राहत की साँस लेते हैं, और बुजुर्ग अपने आंगन या छत पर बैठकर इस अलौकिक दृश्य का आनंद लेते हैं। गर्मी के मौसम में यह समय एक सुखद ठंडक लेकर आता है, जबकि सर्दियों में यह सूरज की आखिरी गर्माहट का एहसास कराता है।
भारत के धार्मिक स्थलों पर सूर्यास्त का विशेष महत्व होता है। हरिद्वार के गंगा घाटों पर इस समय होने वाली गंगा आरती का दृश्य भक्तों के मन को आस्था और भक्ति से भर देता है। बनारस के घाटों पर सूर्यास्त के समय जलती दीपों की कतारें और मंत्रों की गूँज एक दिव्य वातावरण बना देती हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में पहाड़ों की चोटियों से झांकती सूर्य की अंतिम किरणें किसी स्वर्गीय दृश्य से कम नहीं लगतीं।
सूर्यास्त का दृश्य प्रकृति की सबसे अनमोल कृतियों में से एक है। यह न केवल आंखों को सुकून देता है, बल्कि मन और आत्मा को भी शांति प्रदान करता है। यह हमें याद दिलाता है कि दिनभर की थकान के बाद विश्राम जरूरी है।जिस प्रकार सूर्य दिनभर अपनी रोशनी बिखेरने के बाद विश्राम के लिए क्षितिज में समा जाता है, उसी प्रकार हमें भी अपने जीवन में संतुलन बनाए रखना चाहिए। इसलिए जब अगली बार आप सूर्यास्त देखें, तो कुछ पल ठहरकर इस जादुई क्षण का आनंद लें, क्योंकि यह केवल एक दृश्य नहीं, बल्कि जीवन का एक महत्वपूर्ण संदेश भी है।
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