कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता गोपाल कृष्ण गोखले ने कब और कहां की थी ? गोपाल कृष्ण गोखले एक भारतीय राजनीतिक नेता और समाज सुधारक थे उन्होंने 1905 में बन
कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता गोपाल कृष्ण गोखले ने कब और कहां की थी ?
गोपाल कृष्ण गोखले एक भारतीय राजनीतिक नेता और समाज सुधारक थे जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता थे और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति थे। उन्होंने 1905 में बनारस में कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता की। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 1885 में एलन ऑक्टेवियन ह्यूम और गोपाल कृष्ण गोखले सहित प्रमुख भारतीय राष्ट्रवादियों के एक समूह द्वारा की गई थी। कांग्रेस शुरू में भारतीयों की समस्याओं पर चर्चा करने और अधिक स्वायत्तता और स्व-शासन के लिए उनकी मांगों को स्पष्ट करने के लिए एक मंच थी।
1905 का कांग्रेस अधिवेशन
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 1905 का अधिवेशन 26 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक बनारस में हुआ। गोपाल कृष्ण गोखले अधिवेशन के अध्यक्ष चुने गये। इस सत्र में दादाभाई नौरोजी, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल जैसे प्रमुख नेताओं ने भाग लिया।
1905 कांग्रेस अधिवेशन के प्रमुख बिंदु
- अधिवेशन में भारत के लिए अधिक स्वायत्तता और स्व-शासन की आवश्यकता पर चर्चा की।
- गोखले ने भारत के लिए एक संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए एक समिति के गठन का प्रस्ताव रखा।
- अधिवेशन में भारत में सामाजिक सुधारों की आवश्यकता पर भी चर्चा की गयी।
- गोखले ने भारत में एक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव रखा।
- अधिवेशन में भारत में आर्थिक सुधारों की आवश्यकता पर भी चर्चा की गयी।
निष्कर्ष
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 1905 का अधिवेशन भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना थी। गोपाल कृष्ण गोखले के सत्र की अध्यक्षता उनके राजनीतिक जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर थी। सत्र में भारत के लिए अधिक स्वायत्तता और स्व-शासन की आवश्यकता के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक सुधारों की आवश्यकता पर चर्चा की गई।
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