विमुद्रीकरण पर चर्चा करते हुए अध्यापिका और विद्यार्थी के बीच हुए संवाद को लगभग 40 शब्दों में लिखिए: इस लेख में अध्यापक और विद्यार्थी के बीच विमुद्रीकर
विमुद्रीकरण पर चर्चा करते हुए अध्यापिका और विद्यार्थी के बीच हुए संवाद को लगभग 40 शब्दों में लिखिए: इस लेख में अध्यापक और विद्यार्थी के बीच विमुद्रीकरण पर संवाद लेखन लिखना सिखाया गया है।
विमुद्रीकरण पर अध्यापक और विद्यार्थी के बीच संवाद लेखन
अध्यापक: (कक्षा को संबोधित करते हुए) बच्चों ! क्या तुम विमुद्रीकरण से परिचित हो ?
मोहित: हाँ सर, मुझे विमुद्रीकरण की जानकारी है।
अध्यापक: (मोहित की ओर देखते हुए) बताओ मोहित ! विमुद्रीकरण क्या है ?
मोहित: मै! जब सरकार पुरानी मुद्रा को कानूनी तौर पर बंद कर देती है और नई मुद्रा को लाने की घोषणा करती है, तो इसे विमुद्रीकरण कहते हैं।
अध्यापक: बिलकुल सही मोहित ! विमुद्रीकरण के बाद पुरानी मुद्रा व नोटों की कोई कीमत नहीं रह जाती। हालाँकि सरकार द्वारा पुराने नोटों को बैंकों से बदलने के लिए समय दिया जाता है, ताकि वे अमान्य हो चुके पुराने नोटों को बदल सकें।
विद्यार्थी: सभी विद्यार्थी ध्यान से सुनते हैं।
अध्यापक: आप लोग जानते हैं कि सरकार ने ऐसा क्यों किया होगा ?
पंकज: हाँ सर! मुझे पता है।
अध्यापक: बताओ पंकज !
पंकज: कालाधन और भ्रष्टाचार जैसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ऐसा करती है।
विद्यार्थी और अध्यापक के बीच विमुद्रीकरण पर संवाद लेखन
विद्यार्थी: सर ये विमुद्रीकरण क्या होता है?
अध्यापक: विमुद्रीकरण एक आर्थिक गतिविधि है जिसके अंतर्गत सरकार पुरानी मुद्रा को समाप्त कर देती है और नई मुद्रा को चालू करती है।
विद्यार्थी: तो इसका अर्थ तो यह हुआ की सरकार अपनी मर्जी से मुद्रा के चलन के बंद कर दें। जैसे अभी प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया था?
अध्यापक: हाँ बिल्कुल।
विद्यार्थी: परन्तु प्रधानमंत्री जी को देश में विमुद्रीकरण क्यों करना पड़ा ?
अध्यापक: हमारे देश में कला धन बढ़ गया था जिससे अर्थव्यवस्था को ख़तरा हो गया था। इसी खतरे को दूर करने के लिए विमुद्रीकरण किया गया।
विद्यार्थी: पर सर इससे तो लोगों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
अध्यापक: हाँ एकदम सही। बैंकों में पुराने नोट बदलने के लिए लोगों की लम्बी-लम्बी कतार लग गयीं। कई लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
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