घड़ी पर निबंध : घड़ी एक उपकरण है जिसका उपयोग समय बताने के लिए किया जाता है। घड़ी दो प्रकार की होती है (1) एनालॉग (2) डिजिटल। घड़ी के डायल में 12 अंक ह
Hindi Essay on Clock, "घड़ी पर निबंध", "Ghadi par Nibandh" for Students
घड़ी पर निबंध / Essay on Clock in Hindi
घड़ी पर निबंध : घड़ी एक उपकरण है जिसका उपयोग समय बताने के लिए किया जाता है। घड़ी दो प्रकार की होती है (1) एनालॉग (2) डिजिटल। घड़ी के डायल में 12 अंक होते हैं जो 60 भागों में बंटे होते हैं, और जब कोई सुई किसी अंक से शुरू हो कर दोबारा उसी अंक तक पहुंचती है तो 360 डिग्री का कोण बनाती है। एक घड़ी में तीन गतिमान सुई होते हैं जो घंटे, मिनट और सेकंड की ओर इशारा करते हैं। घंटे की सुई सबसे बड़ी जबकि मिनट की सुई सबसे छोटी होती है। घड़ी की सभी सुईयां दक्षिणावर्त दिशा में घुमती है।
घड़ियाँ एक बहुत ही उपयोगी उपकरण है। एक घड़ी न केवल समय बताती है बल्कि हमारे दैनिक जीवन को भी अनुशासित करती है। अगर घड़ी नहीं होती तो यह दुनिया अराजक हो जाती। हम जो कुछ भी जानते हैं वह समय पर निर्भर करता है, चाहे वह आपकी दिनचर्या हो, टीवी प्रोग्रामिंग हो या ट्रेन की सारिणी।
एक घड़ी इतनी बड़ी हो सकती है कि उसे एक विशाल मीनार में फिट किया जा सके और इतनी छोटी हो सकती है कि उसे किसी व्यक्ति की कलाई पर पहना जा सके। ग्राफ डायमंड हल्लुसिनेशन घड़ी दुनिया की सबसे महंगी घड़ी है। इस घड़ी को 110 कैरेट के दुर्लभ रंगों के हीरों से बनाया गया है। इसकी कीमत 55 मिलियन डॉलर है। इसी वजह से इसका नाम विश्व की सबसे कीमती घड़ी में शुमार होता है।
प्राचीन काल में लोग आकाश में सूर्य की स्थिति को देखकर समय को मापते थे। जब सूर्य किसी स्तंभ या वस्तु के ऊपर से गुजरता है तो वह एक छाया बनाता है। जैसे ही सूर्य आकाश में अपनी दिशा बदलता है, छाया की लंबाई बदल जाती है। इसी सिद्धांत के आधार पर उन्होंने सूर्य घड़ी बनाई। अंततः लोग समय को अधिक सटीक रूप से जानना चाहते थे। पहली यांत्रिक घड़ी का आविष्कार 1300 के दशक के मध्य में हुआ था। कुंडलित स्प्रिंग्स और झूलते वजन द्वारा संचालित घड़ियों को 1500 के दशक में पेश किया गया था। बिजली से चलने वाली घड़ियाँ 1800 के दशक के अंत और 1900 की शुरुआत में दिखाई दीं। बाद में 1950 के दशक में परमाणु घड़ी का विकास हुआ जो सबसे सटीक समय बताती थी।
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