संभववाद तथा नियतिवाद में अंतर - Sambhav vad aur Niyati vad me Antar
यहाँ पढ़िए संभावनावाद जिसे संभववाद भी कहा जाता है तथा नियतिवाद में अंतर, "Sambhav vad aur Niyati vad me antar/ difference" for student. नियतिवाद और संभावाना वाद परस्पर विरोधी विचारधारा है जिनमे मुख्य अंतर निम्न बिन्दुओं के रूप में दिया जा रहा है।
संभववाद तथा नियतिवाद में अंतर
संभववाद/संभावनावाद | नियतिवाद |
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संभववाद की विचारधारा के अनुसार मनुष्य अपने पर्यावरण में परिवर्तन करने में समर्थ है तथा वह प्रकृति प्रदत्त अनेक संभावनाओं का इच्छानुसार अपने लाभ के लिए उपयोग कर सकता है | नियतिवाद की विचारधारा के अनुसार मनुष्य के प्रत्येक क्रियाकलाप को पर्यावरण से नियंत्रित माना जाता है। |
मानव का प्रकृति पर निर्भरता की अवस्था से स्वतन्त्रता की अवस्था की ओर प्रस्थान संभव है। | मानव की आदिम अवस्था में मानव के लगभग सभी क्रिया कलाप पूर्णतया प्राकृतिक पर्यावरण की शक्तियों द्वारा नियंत्रित थे। |
वीडाल-डी-ला ब्लाश तथा लुसियन फैबव्रे इस विचारधारा को मानने वाले प्रमुख थे। | रैटजेल, रिटर, हम्बोल्ट, हटिंगटन आदि नियतिवाद के प्रमुख समर्थक थे। |
संभावनावाद प्रकृति की तुलना में मनुष्य को महत्वपूर्ण स्थान देता है और उसे सक्रिय शक्ति के रूप में देखता है। | नियतिवाद सामान्यः मानव को एक निष्क्रिय कारक समझते हैं जो पर्यावरणीय कारकों से प्रभावित होता है। |
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