जेलीफ़िश के बारे में जानकारी। Jellyfish Information in Hindi
जेलीफिश जिसे समुद्री जेली के नाम से भी जाना जाता है एक जलीय जीव है। जेलीफिश पृथ्वी पर पाए जाने वाले सबसे पुराने जीवो में से एक हैं वह डायनासोर से पहले पृथ्वी पर मौजूद थे ऐसा माना जाता है कि आज से 500 से 700 मिलियन वर्ष पूर्व जेलीफिश अस्तित्व में आई।
जेलीफिश पारदर्शी चमकीले रंग की हो सकती हैं। अपने पारदर्शी होने के कारण यह शिकारियों को आसानी से चकमा दे देती हैं। जेलीफिश का शरीर जेलीनुमा पदार्थ का बना होता है। जिसमें 95% पानी होता है। हालांकि जेलीफिश को फिश माना जाता है, परंतु वास्तव में यह मछली नहीं है। जेलीफिश फाइलम सिनीडारिया से संबंधित है।
जेलीफिश की 2000 से अधिक प्रजातियां हैं, जो दुनिया भर के सभी महासागरों में पाई जाती है। कुछ प्रजातियां ताजे पानी में भी रह सकती हैं। जेलिफ़िश बहुत ही सरल जीव है। इसमें दिमाग, हड्डियां, सिर या दिल नहीं होता है। कुछ प्रजातियां प्रकाश के प्रति संवेदनशील अंगों के आदिम और सरल रूप का उपयोग करके प्रकाश का पता लगा सकती हैं, जिसे ओसेली कहा जाता है।
जेलीफिश के आकार में बहुत विभिन्नता होती है। इनका आकार कुछ इंच से लेकर 1 मीटर तक भी हो सकता है। इसकी सबसे छोटी प्रजाति इरुकंदजी को मानव नेत्रों से मुश्किल से ही देखा जा सकता है, जबकि कुछ जेलीफिश 8 फुट से भी बड़ी हो सकती हैं।
जेली फिश के मुंह के पास तंतु होते हैं। जिसकी सहायता से यह अपने शिकार को पकड़ती है तथा डंक मारती है। यह एक मांसाहारी प्राणी है और एक कुशल शिकारी है। जेलीफिश सभी प्रकार के जलीय जीवो जैसे छोटी मछलियां, अंडे और अकशेरुकी जीवो का शिकार करती है।
कुछ जेलीफ़िश के डंक में ज़हर होता है जिसे जेलिफ़िश अपने शिकार को मारने के लिए इस्तेमाल करती है। ऑस्ट्रेलिया के आसपास महासागरों में पाई जाने वाली बॉक्स जेलीफिश का डंक तो इंसानों के लिए भी जानलेवा होता है।
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