पुलिस की लापरवाही के कारण अपने शहर में बढ़ रही गुंडागर्दी की घटनाओं के कारण किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए: मैं आपके माध्यम से लखनऊ में बढ़
पुलिस की लापरवाही के कारण अपने शहर में बढ़ रही गुंडागर्दी की घटनाओं के कारण किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए
सेवा मे,
मुख्य संपादक,
अ.ब.स. समाचार पत्र,
लखनऊ।
विषय: पुलिस की लापरवाही के कारण शहर में बढ़ रही गुंडागर्दी
सम्पादक महोदय,
मैं आपके माध्यम से लखनऊ में बढ़ रही गुंडागर्दी की घटनाओं और पुलिस की लापरवाही की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। पिछले कुछ महीनों में, हमारे शहर में लूट, चोरी, और मारपीट जैसी घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है। नागरिक भय और असुरक्षा की भावना से ग्रस्त हैं।
यह सब पुलिस की लापरवाही और ढिलाई के कारण हो रहा है। पुलिस गश्त कम होती है और जब कोई घटना होती है तो पुलिस प्रतिक्रिया धीमी और अप्रभावी होती है। अपराधियों को पकड़ने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने में पुलिस विफल रही है।
इसके अलावा, पुलिस का रवैया भी नागरिकों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण नहीं है। पुलिस अधिकारी अक्सर शिकायतों को दर्ज करने में आनाकानी करते हैं और पीड़ितों को अपमानित करते हैं।
इसलिए, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इस मुद्दे को अपने समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित करें ताकि पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाया जा सके।
दिनांक: 14/05/20XX
प्रार्थी,
सुरेश खन्ना
राजाजीपुरम, वार्ड संख्या-18
लखनऊ।
पुलिस की लापरवाही के कारण अपने शहर में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के कारण किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए
सेवा मे,
मुख्य संपादक,
अ.ब.स. समाचार पत्र,
नई दिल्ली।
विषय: शहर में बढ़ रही गुंडागर्दी की घटनाओं के प्रति चिंता
माननीय महोदय/महोदया,
मैं, विकास सूरी, करोलबाग दिल्ली का निवासी हूँ। मैं आपके माध्यम से शहर में बढ़ रही गुंडागर्दी की घटनाओं के प्रति अपनी गहरी चिंता व्यक्त करना चाहता/चाहती हूँ।
पिछले कुछ समय से, करोलबाग में गुंडागर्दी की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है। चोरी, छिनैती, मारपीट, हत्या और अपहरण जैसी घटनाएं आम होती जा रही हैं। पुलिस की लापरवाही और ढिलाई के कारण अपराधी बेखौफ होकर अपनी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
शहरवासियों में डर और असुरक्षा का माहौल है। लोग अपने घरों से बाहर निकलने में भी डर महसूस करते हैं। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सबसे ज्यादा खतरे में है।
मैं आपसे अनुरोध करता/करती हूँ कि आप इस गंभीर मुद्दे को अपने समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित करें ताकि पुलिस अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अपराधियों पर नकेल कसें और शहरवासियों को सुरक्षित जीवन प्रदान करें।
दिनांक: 12/12/20XX
प्रार्थी,
विकास सूरी,
81 - करोलबाग,
नई दिल्ली।
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