अपने प्रधानाचार्य को संध्याकालीन खेलों की कक्षाओं का आयोजन करवाने हेतु पत्र: सेवा में, प्रधानाचार्य जी, हम सभी चाहते हैं कि हमारे विद्यालय में संध्या
अपने प्रधानाचार्य को संध्याकालीन खेलों की कक्षाओं का आयोजन करवाने हेतु पत्र
विषय: संध्याकालीन खेलों की कक्षाओं का आयोजन करवाने हेतु प्रार्थना पत्र
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा [कक्षा का नाम] का छात्र/छात्रा [आपका नाम] हूँ। मैं अपनी कक्षा के सभी छात्रों/छात्राओं की ओर से यह पत्र लिख रहा/रही हूँ।
हम सभी चाहते हैं कि हमारे विद्यालय में संध्याकालीन खेलों की कक्षाओं का आयोजन किया जाए। खेलों के माध्यम से हम न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बन सकते हैं। खेलों से हमें अनुशासन, एकाग्रता, टीम भावना और नेतृत्व जैसे महत्वपूर्ण गुणों का भी विकास होता है।
हमारे विद्यालय में खेलों के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध है। हमारे पास विभिन्न खेलों के लिए आवश्यक उपकरण भी हैं। हमें विश्वास है कि यदि हमारे विद्यालय में संध्याकालीन खेलों की कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा, तो इससे छात्रों/छात्राओं की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में निश्चित रूप से सुधार होगा।
अतः आपसे अनुरोध है कि आप हमारे विद्यालय में संध्याकालीन खेलों की कक्षाओं का आयोजन करवाने की कृपा करें।
हम आपके इस कार्य के लिए सदैव आपके आभारी रहेंगे।
धन्यवाद,
दिनांक: [तारीख]
संध्याकालीन खेलों की कक्षाओं का आयोजन करवाने हेतु प्रधानाचार्य को पत्र
श्रीमान प्रधानाचार्य जी,
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला,
शिमला।
विषय: विद्यालय में संध्याकालीन खेल कक्षाओं का आयोजन करवाने हेतु प्रार्थना पत्र
महोदय,
सविनय निवेदन यह कि मैं आपके विद्यालय में दसवीं कक्षा का छात्र/छात्रा [आपका नाम] हूँ और आपका ध्यान विद्यालय में संध्याकालीन खेल कक्षाओं का आयोजन करवाने के संबंध में आकर्षित करना चाहता/चाहती हूँ।
मान्यवर, हमारे विद्यालय का वार्षिक परिणाम हर वर्ष शत प्रतिशत रहता है, लेकिन छात्रों/छात्राओं में खेलों के प्रति रुचि कम होती जा रही है। इसका मुख्य कारण विद्यालय में खेलों के लिए पर्याप्त समय का अभाव होना है।
संध्याकालीन खेल कक्षाओं के आयोजन के लाभ:
- छात्रों/छात्राओं में खेलों के प्रति रुचि बढ़ेगी।
- छात्रों/छात्राओं का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होगा।
- विद्यालय का प्रदर्शन खेल कूद प्रतियोगिताओं में बेहतर होगा।
- छात्रों/छात्राओं को रचनात्मक गतिविधियों में व्यस्त रहने का अवसर मिलेगा।
विद्यालय में संध्याकालीन खेल कक्षाओं का आयोजन करने के लिए कुछ सुझाव:
- विभिन्न खेलों के लिए कक्षाओं का आयोजन किया जाए।
- योग्य प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाए।
- खेलों के लिए आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था की जाए।
- छात्रों/छात्राओं को खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
मुझे आशा है कि उपरोक्त विषय पर आप उचित कदम उठाएंगे।
धन्यवाद,
दिनांक [तारीख]
COMMENTS