विद्यालय में किये जाने वाले सुधारों का वर्णन करते हुए प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए. महोदय, इस पत्र के माध्यम से मैं आपको विद्यालय में सुधार हेतु कुछ स
विद्यालय में किये जाने वाले सुधारों का वर्णन करते हुए प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए
विद्यालय में आवश्यक सुधार का वर्णन करते हुए प्रधानाचार्य को पत्र
सेवा में
श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय,
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय,
जयपुर, राजस्थान
विषय- विद्यालय में सुधार सुझावों का वर्णन हेतु प्रार्थना पत्र
महोदय,
सविनय नम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय के कक्षा 10 की छात्र हूं। इस पत्र के माध्यम से मैं आपको विद्यालय में सुधार हेतु कुछ सुझाव देना चाहूँगा। यद्यपि हमारा विद्यालय शिक्षा के मामले में अव्वल है तथापि विद्यालय में कुछ सुधार की आवश्यकता है, जिनकी ओर मैं आपका ध्यान आकृष्ट करना चाहूँगा।
सर्वप्रथम हमारे विद्यालय में एक कैंटीन की कमी है जिस कारण कई बार छात्र भोजन वेला में बाहर का सामान खाते हैं। जिससे उनका स्वस्थ्य खराब हो जाता है। यदि विद्यालय में कैंटीन होगी तो छात्रों को विद्यालय में ही उच्च गुणवत्ता का भोजन उपलब्ध हो सकेगा।
दूसरी समस्या यह है कि हमारे विद्यालय में शिक्षा के आधुनिक साधनों जैसे स्मार्ट बोर्ड आदि का नितांत अभाव है। यदि विद्यालय में की कक्षाओं में स्मार्ट बोर्ड होगा तो छात्रों और शिक्षकों दोनों को सुविधा होगी।
मुझे आशा ही नहीं पूरा विश्वास है कि आप हमारी बात पर गौर करेंगे। धन्यवाद।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
नाम - विनय रस्तोगी
कक्षा - 10 'ब'
विद्यालय में सुधार हेतु आपके कुछ ठोस सुझावों का वर्णन करते हुए प्रधानाचार्य एक पत्र
सेवा में,
श्रीमान प्रधानाचार्य,
सेण्ट कॉनरेड स्कूल,
आगरा।
विषय : विद्यालय में आवश्यक सुधार हेतु सुझाव देते हुए प्रधानाचार्य को पत्र
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में गत दो वर्ष से अध्ययन कर रहा हूँ। मुझे यह विद्यालय अत्यन्त प्रिय लगता है, क्योंकि यहाँ के अध्यापकगण योग्य, प्रशिक्षित एवं कर्त्तव्यपरायण हैं। उनके निर्देशन में हम लोग निरन्तर प्रगति कर रहे हैं। आपके संरक्षण में इस विद्यालय की प्रगति में भी वृद्धि हो रही है। फिर भी विद्यालय में कुछ ऐसे सुधारों की आवश्यकता है जिनकी ओर कदाचित् आपका ध्यान नहीं गया है हो सकता है धन के अभाव में यह कार्य नहीं कराये जा सके हों।
मँ सर्वप्रथम आपका ध्यान एक कम्यूनिटी हॉल की आवश्यकता की ओर आकर्षित करना चाहूँगा। यह तो आपको विदित ही है कि हमारे यहाँ के छात्र जिले के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अग्रणी रहते हैं। यह अच्छा होगा कि अपने विद्यालय में ही एक हॉल हो, जहाँ हम अपने कार्यक्रमों की रिहर्सल कर सकें तथा वार्षिक उत्सव में उन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन कर सकें।
दूसरी समस्या है, एक खेल के मैदान की। हमें विभिन्न खेलों के अभ्यास हेतु रोजाना पास के पार्क में जाना पड़ता है। अपने विद्यालय में तो इनकी देख-रेख के लिए कर्मचारी रहते ही हैं और कुछ रिक्त भूमि भी पड़ी है, उसका भी उपयोग हो जायेगा। अतः आपको इस कार्य हेतु कोई विशेष प्रयास नहीं करना पड़ेगा। तीसरी समस्या विद्यालय में कैन्टीन की उचित व्यवस्था न होना है। कैन्टीन का ठेकेदार बहुत मुनाफाखोर जान पड़ता है। वह कभी भी अच्छा सामान लेकर नहीं आता है, यही नहीं, वह तोल में कम तथा बाजार से बहुत आपसे महँगी चीजें देता है। जब कभी हमने उससे इस विषय में कहा तो उसने हमें फटकार दिया है। अतः निवेदन है कि ठेकेदार की मनोवृत्ति तथा व्यवहार के लिए उससे पूछताछ करने की कृपा करें। यदि वह अपने व्यवहार में कोई परिवर्तन न करे तो किसी अन्य ईमानदार व कुशल व्यवहार वाले व्यक्ति को कैंटीन का प्रबन्धन सौंप दें।
इसके अतिरिक्त कुछ अन्य समस्याएँ भी हैं जिनका यहाँ वर्णन करना उचित नहीं लगता। उन्हें हम आपके समक्ष ही रखेंगे। मुझे पूर्ण आशा है कि आप मेरी इस धृष्टता के लिए क्षमा करेंगे तथा मेरे सुझावों पर ध्यान देकर, उनके हल के लिए प्रयास करेंगे। अनुकूल प्रतिक्रिया की आशा में।
धन्यवाद !
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
संजय गोयल
कक्षा VIII A
दिनांक : 11-1-2017
आज के इस लेख में विद्यालय में किये जाने वाले सुधारों का वर्णन करते हुए प्रधानाचार्य को पत्र का वर्णन किया गया हमें आशा है की विद्यालय में सुधार हेतु प्रधानाचार्य को लिखे गए पत्र विद्यार्थियों को लाभान्वित करेंगे।
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