भगत की गत कहानी का उद्देश्य - Bhagat ki Gat Kahani ka Uddeshya
भगत की गत कहानी का उद्देश्य : हरिशंकर परसाईजी ने भगत के चरित्र द्वारा सामाजिक विसंगति और धार्मिक पाखंड पर प्रहार किया है। भगवान भक्ति का भूखा होता है। भगत अपनी झूठी भक्ति का विज्ञापन करता है। बिना टिकट से यात्रा करनेवाला, हर जगह चापलूसी करनेवाला, आत्म-स्तुति करनेवाला भगत पांखडी सिद्ध हुआ। लाउड स्पीकर पर भजन कीर्तन करनेवाले भक्त ने परोक्ष रूप में दो हत्या की। हरिशंकर परसाईजी का यही कहना है कि भगत ने भक्ति का आडंबर, प्रदर्शन तो किया लेकिन इसके साथ ध्वनि प्रदूषण और सांस्कृतिक प्रदूषण भी किया। अत: इसे नरक भेजना ही ठीक था। लेखक ने भगत की गत दिखाकर समाज में फैले हुए पाखंड, ढोंग, स्वार्थ, झूठ, असत्य का पर्दाफाश किया है और यही उनका उद्देश्य रहा है।