जहांगीर की पहली पत्नी का क्या नाम था?
शाह बेगम (1570 - 5 मई 1605) सम्राट जहाँगीर की पहली पत्नी और मुख्य पत्नी थीं। जहांगीर की पहली पत्नी होने के कारण शाह बेगम को जन-ए-कलां के नाम से जाना जाता था। वह जन्म से एक राजपूत राजकुमारी थीं जिनका वास्तविक मनभावती बाई या मान बाई नाम था। वह आमेर के शासक राजा भगवंत दास की पुत्री थीं। वह राजा भारमल की पोती और राजा मान सिंह और राजा माधो सिंह की बहन थीं।
अपने पति राजकुमार सलीम (जहाँगीर) के शाही सिंहासन पर बैठने से कुछ समय पहले ही मान बाई ने आत्महत्या कर ली थी। वह शहजादे सलीम की सबसे बड़ी बेटी सुल्तान-उन-निसा बेगम और बेटे खुसरो मिर्जा की मां थीं। इसके अलावा, वह मरियम-उज़-ज़मानी की भतीजी भी थीं, जो अंततः उनकी सास भी बनीं। इस प्रकार मान बाई (शाह बेगम) जहांगीर की ममेरी बहन भी थी। जहाँगीर से मान बाई की शादी उनकी बुआ और सास महारानी मरियम-उज़-ज़मानी ने तय की थी।
जहाँगीर और मान बाई की पहली संतान सुल्तान-उन-निसा बेगम नाम की एक बेटी थी, जो 25 अप्रैल 1586 को पैदा हुई थी और 5 सितंबर 1646 को उसकी मृत्यु हो गई थी। वह साठ साल तक जीवित रही। जबकि दूसरी संतान ख़ुसरो मिर्ज़ा नाम का एक बेटा था, जिसका जन्म 16 अगस्त 1587 को हुआ था। उसके जन्म के समय, मान बाई को "शाह बेगम" का प्रतिष्ठित खिताब दिया गया था जिसका अर्थ है "शाही महिला"। जहाँगीर के शाही सिंहासन पर बैठने से कुछ समय पहले ही उन्होंने आत्महत्या कर ली थी।इसके बाद उनका दूसरा विवाह मारवाड़ के राजा उदयसिंह की पुत्री जगतगोसाई से हुआ।