जहांगीर की माता किस राजवंश की थी?
जहाँगीर की माता, जोधाबाई कछवाहों के राजवंश की थी। उन्हें मरियम-उज़-ज़मानी के नाम से भी जाना जाता था। मरियम-उज़-ज़मानी का जन्म 1542 में आमेर के राजा भारमल और उनकी पत्नी रानी चम्पावती की बेटी के रूप में हुआ था। उनके दादा-दादी राजा पृथ्वीराज सिंह प्रथम और बीकानेर के राव लूणकरण की बेटी अपूर्वा देवी थे।
इस प्रकार, जहाँगीर की माता जोधाबाई आमेर के शाही परिवार से संबंधित थीं। जोधाबाई को हरखा बाई, जिया रानी, मानमती बाई, हरिका बाई, हीरा कुंवारी, हीर कुंवर, शाही-बाई और शाही बेगम के नाम से जाना जाता है।
जोधा बाई को उनकी शादी के दो साल बाद 1564 में अकबर द्वारा एक सम्मानित मुस्लिम नाम 'वली निमत बेगम' दिया गया था। 'मरियम-उज़-ज़मानी' उनके पुत्र जहाँगीर के जन्म के अवसर पर अकबर द्वारा उन्हें दी गई एक प्रतिष्ठित उपाधि थी। यह वह शीर्षक था जिसके द्वारा उसे जहाँगीर की आत्मकथा, तुज़्के-ए-जहाँगीरी में संदर्भित किया गया था। मरियम-उज़-ज़मानी की उपाधि के अलावा, उन्होंने 'मल्लिका-ए-मुज़म्मा' और 'मल्लिका-ए-हिंदुस्तान' की दो और शानदार उपाधियाँ भी धारण कीं। उनके पूरे शासनकाल में उन्हें आमतौर पर 'शाही बेगम' कहा जाता था।