डायनासोर पर निबंध। Essay on Dinosaur in Hindi : लगभग 150 मिलियन वर्ष पहले, डायनासोर पृथ्वी पर राज्य करते थे। डायनासोर शब्द का साहित्यिक अर्थ 'एक भयानक छिपकली' है। छिपकली के समान डायनासोर का शरीर कड़ा, खुरखुरा था। उसका खून ठण्डा था। उनकी बड़ी-बड़ी टाँगें र्थी, और यह अण्डे देते थे। वे पृथ्वी पर जंगलों में, पहाड़ों पर, नदियों में रहते थे। सैकड़ों प्रकार के डायनासोर पृथ्वी पर रहा करते थे। इनको डिमथोशियन और सौरिशियन भागों में बाँट सकते थे। ये पक्षी की भाँति थे। सौरिशियन छिपकली की भाँति लम्बी हड्डी वाला होता था। कुछ माँस खाते थे और कुछ पेड़-पौधे खाते थे।
डायनासोर पर निबंध। Essay on Dinosaur in Hindi
प्रस्तावना-कुछ वर्ष पहले एक अंग्रेजी फिल्म का निर्माण किया गया था जिसका नाम ‘जुरैसिक पार्क' था। इस फिल्म ने संसार में आंधी मचा दी थी। इस फिल्म ने संसार में डायनासोर के लिए उत्सुकता पैदा कर दी थी। ‘डायनासोर' बच्चों के लिए नया हीरो बन चुका था। डायनासोर की खोज के लिए लोगों में दिलचस्पी बढ़ गयी। डायनासोर के पूर्वजों के अवशेषों को खोजा जाने लगा जो कि करोड़ों वर्ष पहले लुप्त हो चुके थे। वे बहुत बड़े और राक्षस के समान थे। डायनासोर पृथ्वी पर पशु जीवन के अग्रदूत थे।
डायनासोर का समय- लगभग 150 मिलियन वर्ष पहले, डायनासोर पृथ्वी पर राज्य करते थे। डायनासोर शब्द का साहित्यिक अर्थ 'एक भयानक छिपकली' है। छिपकली के समान डायनासोर का शरीर कड़ा, खुरखुरा था। उसका खून ठण्डा था। उनकी बड़ी-बड़ी टाँगें र्थी, और यह अण्डे देते थे। वे पृथ्वी पर जंगलों में, पहाड़ों पर, नदियों में रहते थे।
डायनासोर के प्रकार- सैकड़ों प्रकार के डायनासोर पृथ्वी पर रहा करते थे। इनको डिमथोशियन और सौरिशियन भागों में बाँट सकते थे। ये पक्षी की भाँति थे। सौरिशियन छिपकली की भाँति लम्बी हड्डी वाला होता था। कुछ माँस खाते थे और कुछ पेड़-पौधे खाते थे।
डायनासोर के आकार- डायनासोर विभिन्न आकार-प्रकार के थे। वे एक समय पर नहीं थे। कुछ डायनासोर 200 मिलियन वर्ष पहले और कुछ 70 मिलियन वर्ष पहले पृथ्वी पर रहते थे। कुछ मुर्गे के आकार के और कुछ कुत्ते के आकार के होते थे। ब्रान्टोसोरस और डिपलोडोकस राक्षस के समान थे।
उपसंहार- आज से 6.5 करोड़ साल पहले, मानव के अस्तित्व में आने से पहले एक 6 मील व्यास वाला उल्का पिंड धरती से टकराया था इसकी वजह से बहुत तेज शाॅकवेव पैदा हुई जो पूरी धरती पर फैल गई। जिससे उड़ने वाले और रेंगने वाले डायनासोर तेजी से मर गये। उनके अवशेष ही अब उनका इतिहास हैं। हालांकि, शार्क, जेलिफ़िश, मछली, बिच्छू, पक्षी, कीड़े, सांप, कछुआ, छिपकली, और मगरमच्छ जैसे जानवरों की जान बच गई।
COMMENTS