प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान की घोषणा की। यह सही है अर्थों में महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि थी क्योंकि बापू सदा ही स्वच्छता पर जोर देते थे। प्रधानमंत्री ने छोटे बड़े सभी नागरिकों से इस अभियान से जुड़ने का आवाहन किया है। उन्होंने स्वयं सड़क पर झाडू लगाकर इस अभियान का शुभारंभ किया है। उनके अनुसार देश को स्वच्छ रखना ना केवल सरकार का बल्कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य होता है। स्वच्छ वातावरण भला किसे अच्छा नहीं लगता है।
"गांधीजी के सपनों का भारत बनायेंगे, चारो तरफ स्वच्छता फैलायेंगे"
हम सभी जानते हैं कि गंदगी से कितनी बीमारियां फैलती हैं। मक्खी-मच्छर व कीट-पतंगे जन्म लेते हैं जो चेचक हैजा डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां फैलाते हैं। यदि हम अपने आसपास स्वच्छता का ध्यान रखेंगे तो इन सभी प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है। सरकार अपनी ओर से इस अभियान में पूरा जोर लगा रही है। सफाई कर्मचारियों को नियमित रूप से सड़कों का गलियों की सफाई करने के निर्देश दिए गए हैं। गांवों शहरों में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। नदी-तालाबों में कूड़ा-कचरा फेंकने पर रोक लगा दी गई है, जगह जगह जमा कूड़े-कचरे का सही निस्तारण किया जा रहा है।
"गंदगी को दूर भगाओ, भारत को स्वच्छ बनाओ"
हम सभी बच्चों और बड़ों का भी यह कर्तव्य है कि हम सबके हित में इस अभियान में सरकार का पूरा सहयोग दें। हमें अपने घरों दफ्तरों स्कूलों में वातावरण को स्वच्छ रखना चाहिए उनके अंदर या बाहर कहीं भी गंदगी कूड़ा गंदा पानी इत्यादि एकत्र नहीं होने देना चाहिए। यहां-वहां थूकना और मल मूत्र त्याग नहीं करना चाहिए। इनके लिए निर्धारित स्थानों पर ही यह करना चाहिए। याद रखें जब हम स्वच्छ रहेंगे तभी हम स्वस्थ रहेंगे और आगे बढ़ेंगे। और अंत में मैं अपनी वाणी को बस इसी नारे के साथ अपनी वाणी को विराम दूंगा की -
"कदम से कदम मिलाना है भारत को स्वच्छ बनाना है"
I like it
ReplyDeleteVery Nice स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध
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