आच्छादित तंत्रिकाक्ष और अनाच्छादित तंत्रिकाक्ष में अंतर: आच्छादित और अनाच्छादित तंत्रिकाक्ष तंत्रिका तंत्र के दो महत्वपूर्ण घटक हैं। आच्छादित तंत्रिका
आच्छादित तंत्रिकाक्ष और अनाच्छादित तंत्रिकाक्ष में अंतर - Achchhadik Tantrikaksh aur Anachchhadit Tantrikaksh mein Antar
तंत्रिकाक्ष (axon) एक लंबी, पतली नलिका होती है जो न्यूरॉन (तंत्रिका कोशिका) के शरीर से निकलती है। यह तंत्रिका आवेगों को शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक ले जाने का काम करता है। तंत्रिकाक्ष के चारों ओर एक आवरण होता है जिसे मायलिन (myelin) कहते हैं। मायलिन एक प्रोटीन युक्त पदार्थ होता है जो तंत्रिकाक्ष को सुरक्षा देता है और आघात से बचाता है।
आच्छादित और अनाच्छादित तंत्रिकाक्ष तंत्रिका तंत्र के दो महत्वपूर्ण घटक हैं। आच्छादित तंत्रिकाक्ष प्रेरणाओं को तेजी से प्रसारित करते हैं और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में पाए जाते हैं। अनाच्छादित तंत्रिकाक्ष प्रेरणाओं को धीमी गति से प्रसारित करते हैं और परिधीय तंत्रिका तंत्र में पाए जाते हैं।
आच्छादित तंत्रिकाक्ष और अनाच्छादित तंत्रिकाक्ष में अंतर
आच्छादित तंत्रिकाक्ष | अनाच्छादित तंत्रिकाक्ष |
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जिन तंत्रिकाक्षों के चारों ओर मायलिन आवरण होता है, उन्हें आच्छादित तंत्रिकाक्ष (myelinated axon) कहते हैं। | जिन तंत्रिकाक्षों के चारों ओर मायलिन आवरण नहीं होता है, उन्हें अनाच्छादित तंत्रिकाक्ष (unmyelinated axon) कहते हैं। |
आच्छादित तंत्रिकाक्षों में मायलिन की परतें एक के ऊपर एक होती हैं। ये परतें तंत्रिकाक्ष को एक सफेद रंग प्रदान करती हैं। इसलिए आच्छादित तंत्रिकाक्षों को श्वेत द्रव्य (white matter) भी कहा जाता है। | अनाच्छादित तंत्रिकाक्षों में मायलिन की कोई परत नहीं होती है। इसलिए अनाच्छादित तंत्रिकाक्षों का रंग ग्रे होता है। इसलिए अनाच्छादित तंत्रिकाक्षों को ग्रे द्रव्य (gray matter) भी कहा जाता है। |
आच्छादित तंत्रिकाक्षों में प्रेरणाओं का प्रसारण बहुत तेज गति से होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मायलिन आवरण तंत्रिकाक्ष के चारों ओर एक इन्सुलेटर की तरह काम करता है। यह इन्सुलेटर विद्युत आवेश को जल्दी से प्रवाहित होने में मदद करता है। | अनाच्छादित तंत्रिकाक्षों में प्रेरणाओं का प्रसारण धीमी गति से होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मायलिन आवरण की अनुपस्थिति में विद्युत आवेश को प्रवाहित होने में अधिक समय लगता है। |
आच्छादित तंत्रिकाक्ष केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (central nervous system) में पाए जाते हैं। इसमें मस्तिष्क और मेरुरज्जु शामिल हैं। | अनाच्छादित तंत्रिकाक्ष परिधीय तंत्रिका तंत्र (peripheral nervous system) में पाए जाते हैं। इसमें मस्तिष्क से निकलने वाली तंत्रिकाएँ और मेरुरज्जु से निकलने वाली तंत्रिकाएँ शामिल हैं। |
आच्छादित तंत्रिकाक्ष मेरुरज्जु से मांसपेशियों और ग्रंथियों तक संकेतों को ले जाते हैं। | अनाच्छादित तंत्रिकाक्ष मेरुरज्जु से त्वचा, मांसपेशियों और अन्य अंगों तक संकेतों को ले जाते हैं। |
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