हॉकी पर 10 लाइन हिंदी में: आधुनिक हॉकी का जन्म 19वीं शताब्दी में इंग्लैंड में हुआ था। भारत में इस खेल को लोकप्रिय बनाने का श्रेय ब्रिटिश सेना को दिया
हॉकी पर 10 लाइन हिंदी में / 10 Lines on Hockey in Hindi
- आधुनिक हॉकी का जन्म 19वीं शताब्दी में इंग्लैंड में हुआ था।
- भारत में इस खेल को लोकप्रिय बनाने का श्रेय ब्रिटिश सेना को दिया जाता है।
- हॉकी दो प्रमुख प्रकार की होती है: फील्ड हॉकी और आइस हॉकी।
- फील्ड हॉकी में दो टीमें भाग लेती हैं, और प्रत्येक टीम में कुल 11 खिलाड़ी होते हैं।
- हॉकी के मैदान की लंबाई लगभग 91 मीटर और चौड़ाई 55 मीटर होती है।
- मैदान के बीचों-बीच सफेद रंग की सेंटर लाइन बनी होती है।
- मैदान पर दोनों तरफ एक गोलपोस्ट होता है जिसमें टीम गोल करने का प्रयास करती है।
- हॉकी का मैच लगभग 60 मिनट का होता है, जिसे 15-15 मिनट के चार भागों में बाँटा जाता है।
- इस खेल का उद्देश्य गेंद को विरोधी टीम के गोलपोस्ट में डालकर गोल करना होता है।
- प्रत्येक गोलपोस्ट पर एक गोलकीपर होता हो जो गोल पोस्ट में गेंद जाने से रोकता है।
- जो टीम विरोधी टीम के गोलपोस्ट में अधिक गोल करती है, वह विजेता होती है।
- खेल के दौरान खिलाड़ियों को हेलमेट, माउथगार्ड, शिनगार्ड और ग्लव्स पहनना अनिवार्य होता है।
- खिलाड़ी मैदान में लकड़ी या फाइबर से बनी घुमावदार स्टिक का उपयोग करते हैं।
- आजकल फाइबर और कार्बन की स्टिक अधिक उपयोग की जाती हैं।
- प्रसिद्ध भारतीय खिलाडी मेजर ध्यानचंद को ‘हॉकी का जादूगर’ कहा जाता है।
- भारत ने ध्यानचंद के नेतृत्व में ओलंपिक में लगातार स्वर्ण पदक जीते।
- इस प्रकार हॉकी भारत की खेल-संस्कृति और स्वर्णिम इतिहास का प्रतीक है।
निष्कर्ष: हॉकी एक रोमांचक, तेज़ और कौशल आधारित खेल है जो खिलाड़ियों में टीमवर्क, अनुशासन और शारीरिक फिटनेस को बढ़ाता है। स्वतंत्रता प्राप्ति के तुरंत बाद 1948 के ओलंपिक में भारत ने इंग्लैंड को हराकर स्वर्ण पदक जीता, इसी कारण कई लोग आज भी हॉकी को भारत का राष्ट्रीय खेल मानते हैं, जबकि वास्तव में भारत सरकार ने किसी भी खेल को आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय खेल घोषित नहीं किया है।
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