दीपक का चरित्र चित्रण: ‘वयं भारतीयाः’ नामक पाठ में दीपक एक हिन्दू छात्र है। गुरु गोविन्द सिंह के गुणों से प्रभावित होते हुए भी इसमें जातिवाद की भावना
दीपक का चरित्र चित्रण - Deepak ka Charitra Chitran
दीपक का चरित्र चित्रण: ‘वयं भारतीयाः’ नामक पाठ में दीपक एक हिन्दू छात्र है। गुरु गोविन्द सिंह के गुणों से प्रभावित होते हुए भी इसमें जातिवाद की भावना विद्यमान है। इनके चरित्र की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-
जातिवाद का पोषक: यद्यपि दीपक सिखों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह से अत्यधिक प्रभावित है, तथापि उसके हृदय में गोविन्द सिंह के उपदेशों की मानवीय सेवा भावना विद्यमान नहीं है। वह हिन्दू, मुसलमान को अलग-अलग रखकर देखता है। मध्यावकाश में आफताब के साथ बैठकर भोजन न करके वह अपनी जातिगत भावना को सार्वजनिक कर देता है।
परिवर्तित विचारधारा वाला: कभी वह आफताब के साथ बैठकर भोजन नहीं करना चाहता था, किन्तु आफताब द्वारा अपनी प्राणरक्षा की जाने पर उसकी विचारधारा परिवर्तित हो जाती है और वह जातिवाद की संकीर्ण भावना से ऊपर उठकर सभी धर्मों को एक समान मानने लगता है। वह आफताब का आलिंगन करता है ईद के त्योहार पर उसके घर जाकर उसे ईद की बधाई देता है और होली के त्योहार पर आफताब को अपने घर बुलाकर उसका पर्याप्त आदर-सत्कार करता है।
शिष्टाचारी: यद्यपि दीपक में जाति-पाति की हीनभावना विद्यमान है, किन्तु वह अशिष्ट नहीं है। वह किसी के साथ अशिष्टता का व्यवहार नहीं करता। घायलावस्था में भी उठकर वह आफताब का स्वागत करता है। आफताब के रक्तदान द्वारा स्वस्थ होने पर आफताब को साधुवाद देता हुआ वह उसे सच्चा मित्र मान लेता है। होली के अवसर पर अपने घर पर वह आफताब का जोरदार स्वागत करता है।
बुद्धिमान: दीपक बुद्धिमान छात्र है। उसे सभी धर्मों का पर्याप्त ज्ञान प्राप्त है। कक्षा में अध्यापक जी द्वारा पूछने पर वह गुरुगोबिन्द सिंह के आत्मोत्सर्ग पर प्रकाश डालता है तथा ईद के अवसर पर आफताब के यहाँ अपने मित्रों के मध्य वह ईद के महत्व को बताता हुआ भाईचारे का सन्देश देता है ।
निष्कर्ष रूप से कहा जा सकता है कि दीपक का इस पाठ में महत्वपूर्ण भूमिका है। उसके माध्यम से यह दिखाने का प्रयत्न किया गया है कि जातिवाद जैसी संकीर्ण मान्यताओं के द्वारा न तो व्यक्ति का कोई उपकार हो सकता है न ही राष्ट्र का । हमें जातिगत भेदभाव को भुलाकर प्रेम से रहना चाहिए। तभी किसी राष्ट्र व देश का उत्थान हो सकता है।
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