10 Lines on Guru Tegh Bahadur in Hindi: यह निबंध 10 लाइन में सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर के जीवन और उनके बलिदान के बारे में बताता है।
10 Lines on Guru Tegh Bahadur in Hindi: यह निबंध 10 लाइन में सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर के जीवन और उनके बलिदान के बारे में बताता है। इसमें गुरु तेग बहादुर के जन्म, शिक्षा, धार्मिक योगदान और मुगल सम्राट औरंगजेब के शासनकाल में धार्मिक स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष का वर्णन किया गया है।
10 Lines on Guru Tegh Bahadur in Hindi - गुरु तेग बहादुर पर 10 लाइन का निबंध हिंदी में for Class 1, 2, 3, 4 & 5
- गुरु तेग बहादुर, सिखों के नौवें गुरु और एक महापुरुष थे।
- गुरु तेग बहादुर का जन्म 1621 में अमृतसर , पंजाब में हुआ था।
- गुरु तेग बहादुर के पिता गुरु हरगोबिंद जी तथा माता का नाम नानकी था।
- गुरु तेग बहादुर, गुरु हरगोबिंद साहिब के सबसे छोटे बेटे थे
- बचपन में गुरु तेग बहादुर का नाम त्यागमल था।
- गुरु तेग बहादुर जी को 'हिंद की चादर' के नाम से भी जाना जाता है।
- गुरु तेग बहादुर जी ने धर्म और मानवता की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया।
- 1632 में गुरु तेग बहादुर की शादी जालंधर के नजदीक करतारपुर में बीबी गुजरी से हुई।
- गुरु हरकृष्ण साहिब जी की मृत्यु के बाद सन् 1665 में तेग बहादुर सिखों के 9वें गुरु बने।
- 1666 में गुरुजी के यहां गुरु गोबिन्द सिंह जी का जन्म हुआ, जो सिखों के दसवें गुरु बने।
- गुरु तेग बहादुर जी ने हिंदुओं की रक्षा के लिए आवाज उठाई।
- गुरु जी ने मुगल बादशाह औरंगजेब के अत्याचारों का विरोध किया।
- 24 नवम्बर, 1675 को दिल्ली के चांदनी चौक में तलवार से गुरु साहिब का शीश धड़ से अलग कर दिया।
- गुरु तेग बहादुर जी ने धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया।
- 24 नवंबर को गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस मनाया जाता है।
निष्कर्ष: गुरु तेग बहादुर जी एक ऐसे महान संत थे जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उनकी शहादत ने सिख धर्म को एक नई दिशा दी और दुनिया को धार्मिक सहिष्णुता का संदेश दिया। गुरु तेग बहादुर जी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और हमें मानव धर्म की रक्षा के लिए प्रेरित करती हैं।
COMMENTS