स्वार्थ के अंधेपन से व्यक्ति अपनों से दूर हो जाता है इस संदर्भ में अपने विचार लिखिए: स्वार्थ का अर्थ है केवल अपने ही बारे में सोचना और अपने हितों को
स्वार्थ के अंधेपन से व्यक्ति अपनों से दूर हो जाता है इस संदर्भ में अपने विचार लिखिए
मानव जीवन समाज में रहकर ही संभव है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और उसे अपने आसपास के लोगों के साथ मिल-जुलकर रहना आता है। मगर आज के समय में स्वार्थ की भावना इतनी बढ़ गई है कि लोग अपने स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस स्वार्थ के चक्कर में वे अपने रिश्तों को नजरअंदाज कर देते हैं और अपने अपनों से दूर हो जाते हैं।
स्वार्थ का अर्थ है केवल अपने ही बारे में सोचना और अपने हितों को सर्वोपरि रखना। स्वार्थी व्यक्ति दूसरों की भावनाओं और जरूरतों की अनदेखी करते हैं। वे केवल अपने लाभ के बारे में सोचते हैं और दूसरों को नुकसान पहुंचाने से भी गुरेज नहीं करते। वह हमेशा दूसरों से उम्मीद करता है कि वे उसके लिए कुछ न कुछ करें, लेकिन खुद दूसरों के लिए कुछ करने को तैयार नहीं होता।
स्वार्थ के कारण ही परिवारों में कलह होती है, व्यक्ति अपने परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों से दूर हो जाता है। वह अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए झूठ बोलता है, धोखा देता है और दूसरों का शोषण करता है। वह दूसरों से ईर्ष्या और द्वेष की भावना रखने लगता है। परिणामस्वरूप कार्यस्थल पर भी स्वार्थी व्यवहार प्रगति में बाधक बनता है।
स्वार्थ का अंधेपन व्यक्ति को मानसिक रूप से कमजोर भी बनाता है। वह हमेशा असुरक्षा की भावना से ग्रस्त रहता है और दूसरों पर भरोसा नहीं कर पाता। इसके परिणामस्वरूप, वह अकेलापन महसूस करता है और जीवन में संतुष्टि नहीं पाता। वह हमेशा इस डर में रहरहता है कि कहीं कोई उनका फायदा न उठा ले।
महाभारत का युद्ध स्वार्थ का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। कौरवों का स्वार्थ ही महाभारत युद्ध का कारण बना। धृतराष्ट्र अपने पुत्रों के स्वार्थ को पूरा करने के लिए न्याय को ताक पर रख दिया। दुर्योधन के स्वार्थ ने पूरे कौरव वंश का नाश कर दिया।
वास्तव में स्वार्थ एक ऐसी बीमारी है जो व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देती है। हमें इस बीमारी से बचने के लिए हमें अपने मन को बदलना होगा। दूसरों के प्रति संवेदनशील होना, सहानुभूति रखना और मदद करने की भावना विकसित करना आवश्यक है। हमें अपने स्वार्थ को त्यागकर समाज के लिए कुछ करने का प्रयास करना चाहिए। तभी हम एक खुशहाल और समृद्ध जीवन जी सकते हैं।
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