गौरी का चरित्र चित्रण कीजिये: गौरी कहानी की नायिका "गौरी" है। वह भारतीय नारी के उदात्त चरित्र का प्रतीक है। गौरी उन्नीस वर्ष की राधाकृष्ण जी और कुंती
गौरी का चरित्र चित्रण कीजिये (Gauri Ka Charitra Chitran)
गौरी कहानी की नायिका "गौरी" है। वह भारतीय नारी के उदात्त चरित्र का प्रतीक है। गौरी उन्नीस वर्ष की राधाकृष्ण जी और कुंती की एक मात्र संतान है। अपने देश और परिवार के प्रति उसका समर्पण प्रेरणादायक है। वह साहसी, दृढ़निश्चयी, देशभक्त और त्यागशील होने के साथ-साथ लज्जाशील भी है। उसके चरित्र की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-
देशभक्त: गौरी का हृदय देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत है। वह सीताराम जी की देशभक्ति से गहरा प्रभावित होती है और स्वतंत्रता आंदोलन का समर्थन करती है। उसे विदेशी हुकूमत की नौकरी करने वाले नायब तहसीलदार से विवाह करने में जरा भी रूचि नहीं है। यह उसकी देशभक्ति का प्रमाण है। कहानीकार ने निम्न पंक्तियों में यह बात स्पष्ट की है- "ज्यों-ज्यों विवाह की तिथि नजदीक आती, गौरी की चिन्ता बढ़ती ही जाती थी।"
साहस और त्याग की मूर्ति: गौरी का साहस तब सामने आता है जब वह अपने परिवार और समाज के विरोध को दरकिनार कर सीताराम के जेल जाने पर उनके बच्चों की देखभाल का दायित्व लेती है। समाज की नजरों में वह विवाहिता न होकर एक आया बनकर रह रही है, लेकिन गौरी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उसका लक्ष्य देशभक्त के परिवार की रक्षा करना और बच्चों को सही दिशा देना है। अपने सुख का त्याग कर वह दूसरों के हित को प्राथमिकता देती है।
संवेदनशील: गौरी में संवेदनशीलता का गुण भी है। जब उसने सीताराम जी के बच्चों को देखा और उनके छोटे बच्चों ने उसका आंचल पकड़कर खींचते हुए पूछा - "क्या तुम अमारी माँ हो ?" उनके इस भोले प्रश्न को सुनकर गौरी ने उसे गोद में उठा लिया और कहा-"हाँ !" इस प्रकार वह सीताराम के बच्चों को देखकर उनके प्रति ममता महसूस करती है और उनकी देखभाल का जिम्मा उठाने का निर्णय लेती है।
स्वतंत्र विचारों वाली: गौरी किसी की दबाव में आने वाली लड़की नहीं है। वह समाज में प्रचलित परंपराओं को सवालों के कटघरे में खड़ा करती है। विवाह के मामले में भी वह अपनी मर्जी से फैसला लेना चाहती है। उसका मकसद किसी पद या धन-दौलत को हासिल करना नहीं, बल्कि देशभक्ति की भावना से जुड़े रहना है।
गौरी का चरित्र भारतीय नारी की वीरता और त्याग का प्रतीक है। गौरी का चरित्र भारतीय नारी की वीरता और त्याग का प्रतीक है। वह देशभक्ति की ज्योति जगाने वाली एक ऐसी नारी है जो परिस्थितियों से हार मानने के बजाय उनका सामना कर समाज में बदलाव लाने का प्रयास करती है।
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