ग्रामीण समुदाय और नगरीय समुदाय में अंतर: ग्रामीण समुदाय आमतौर पर छोटे होते हैं और उनमें कम जनसंख्या घनत्व होता है। जबकि नगरीय समुदाय आमतौर पर बड़े होत
ग्रामीण समुदाय और नगरीय समुदाय में अंतर स्पष्ट कीजिये
ग्रामीण समुदाय और नगरीय समुदाय दोनों ही सामाजिक व्यवस्था के महत्वपूर्ण घटक हैं। हालांकि, इन दोनों के बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं,
जनसंख्या घनत्व: ग्रामीण समुदाय आमतौर पर छोटे होते हैं और उनमें कम जनसंख्या घनत्व होता है। जबकि नगरीय समुदाय आमतौर पर बड़े होते हैं और उनमें अधिक जनसंख्या घनत्व होता है।
जीवनशैली: ग्रामीण समुदायों में रहने वाले लोगों की जीवनशैली आमतौर पर कृषि-आधारित होती है। वे अक्सर खुले में रहते हैं और प्रकृति के करीब होते हैं। नगरीय समुदायों में रहने वाले लोगों की जीवनशैली अधिक विविध होती है। वे अक्सर शहरों में रहते हैं और आधुनिक सुविधाओं तक पहुंच रखते हैं।
आर्थिक गतिविधियाँ: ग्रामीण समुदायों में आर्थिक गतिविधियाँ आमतौर पर कृषि, ग्रामीण व्यवसाय या अन्य ग्रामीण-आधारित व्यवसायों तक सीमित होती हैं। नगरीय समुदायों में आर्थिक गतिविधियाँ अधिक विविध होती हैं, और वे सेवा उद्योगों, विनिर्माण या अन्य शहरी-आधारित व्यवसायों तक फैली होती हैं।
सामाजिक संबंध: ग्रामीण समुदायों में सामाजिक संबंध आमतौर पर मजबूत होते हैं, और लोग एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं। नगरीय समुदायों में सामाजिक संबंध आमतौर पर कमजोर होते हैं, और लोग एक-दूसरे को उतनी अच्छी तरह से नहीं जानते हैं।
नगरीय समुदाय आमतौर पर बड़े होते हैं और उनमें अधिक जनसंख्या घनत्व होता है। नगरीय समुदायों में रहने वाले लोग आमतौर पर सेवा उद्योगों, विनिर्माण या अन्य शहरी व्यवसायों में लगे होते हैं।
ग्रामीण समुदाय और नगरीय समुदाय के बीच अन्य अंतर भी हैं, जिनमें तालिका में दर्शाया गया हैं:
ग्रामीण समुदाय और नगरीय समुदाय में अंतर
अंतर का आधार | ग्रामीण समुदाय | नगरीय समुदाय |
---|---|---|
व्यवसाय | अधिकतर परिवार कृषि कार्य करते हैं। कुछ लोग अन्य व्यवसायों जैसे बर्तन बनाना, लुहारगरी और बढ़ईगिरी जैसे कार्य भी करते हैं। | अधिकतर लोग उद्योगों, नौकरी, शासन, निर्माण कार्य और यांत्रिक और गैर कृषि कार्य करते हैं। |
परिवार | ग्रामीण समुदाय में संयुक्त परिवार होता है और परिवार में सदस्यों की संख्या अधिक होती है | नगरीय समुदाय में एकाकी परिवार का बाहुल्य होता है और परिवार में सदस्यों की संख्या कम होती है। |
विचारधारा | ग्रामीण समुदाय में आमतौर पर रूढ़िवादिता, पुरातन रीति-रिवाजों और सामाजिक परंपराओं पर जोर दिया जाता है। | नगरीय समुदाय में रूढ़ियों और सामाजिक परंपराओं की अपेक्षा वैज्ञानिक विचारधारा का प्रभाव अधिक देखने को मिलता हैं। |
वातावरण | सामाजिक वातावरण में प्रकृति से प्रत्यक्ष संबंध, खुले मैदान । | प्रकृतिक वातावरण पर मानव निर्मित वातावरण की प्रधानता । |
समुदाय का आधार | ग्रामीण समुदाय का आकार छोटा होता है। | नगरीय समुदाय का आकार ग्रामीण समुदाय से बड़ा होता है। |
जनसंख्या घनत्व | ग्रामीण परिवेश में जनसंख्या का घनत्व कम होता है। | नगरों में जनसंख्या का घनत्व अधिक होता है। |
गतिशीलता | ग्रामों में अवसर की कमी के कारण लोगों का ग्रामों से नगरों की ओर पलायन होता है। | नगरों में जीवन अधिक तीव्र होता है। गतिशीलता नगरों से अन्य नगरों की ओर होती है। केवल विपत्ति के समय ही लोग नगरों से ग्रामों में जाते हैं। |
सामाजिक नियंत्रण | ग्रामीण समुदाय में पारिवारिक प्रथाओं, रीति-रिवाजों और मूल्यों और परंपराओं द्वारा सामाजिक नियंत्रण स्थापित किया जाता है। | नगरीय समुदायों में सामाजिक नियंत्रण कानूनों द्वारा होता है। |
परिवर्तनशीलता | ग्रामीण समुदायों में घनिष्ठता, स्थिरता, सहयोग और अपरिवर्तनशीलता पाई जाती है। | नगरीय समुदाय में जटिलता, व्यस्तता, औपचारिकता और परिवर्तनशीलता पाई जाती है। |
निष्कर्ष: ग्रामीण समुदाय और नगरीय समुदाय के बीच के अंतरों को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि ये अंतर विभिन्न प्रकार के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव उत्पन्न कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, ग्रामीण समुदायों में सामाजिक संबंधों का मजबूत होना सामाजिक सहारा और सहयोग के लिए एक मजबूत आधार प्रदान कर सकता है। दूसरी ओर, नगरीय समुदायों में सामाजिक संबंधों का कमजोर होना सामाजिक अलगाव और अलगाव को बढ़ावा दे सकता है।
COMMENTS