मानव पूंजी और मानव विकास में अंतर: मानव पूंजी मुख्य रूप से मानव संसाधनों के आर्थिक पहलू पर जोर देती है जबकि मानव विकास, आर्थिक उत्पादकता से परे कारकों
मानव पूंजी और मानव विकास में अंतर - Difference between Human Capital and Human Development in Hindi
मानव पूंजी और मानव विकास में अंतर: मानव पूंजी मुख्य रूप से मानव संसाधनों के आर्थिक पहलू पर जोर देती है जबकि मानव विकास, आर्थिक उत्पादकता से परे कारकों सहित, व्यक्तियों के समग्र कल्याण और जीवन की गुणवत्ता पर विचार करते हुए अधिक व्यापक दृष्टिकोण अपनाता है।
मानव पूंजी और मानव विकास में अंतर
| मानव पूँजी (Human Capital) | मानव विकास (Human Development) |
|---|---|
| मानव पूंजी मुख्य रूप से मानव संसाधनों के आर्थिक पहलू पर जोर देती है, आर्थिक विकास को चलाने के लिए कौशल, ज्ञान और उत्पादकता पर ध्यान केंद्रित करती है। | मानव विकास, आर्थिक उत्पादकता से परे कारकों सहित, व्यक्तियों के समग्र कल्याण और जीवन की गुणवत्ता पर विचार करते हुए अधिक व्यापक दृष्टिकोण अपनाता है। |
| मानव पूंजी में मुख्य रूप से व्यक्तियों के पास मौजूद कौशल और क्षमताओं का माप है हैं। | मानव विकास में स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वतंत्रता, सामाजिक समावेश और मानवाधिकार जैसे घटकों का व्यापक समूह शामिल है। |
| मानव पूंजी को अक्सर आर्थिक परिप्रेक्ष्य में मापा जाता है, जैसे कि शिक्षा और प्रशिक्षण में निवेश पर रिटर्न की गणना के माध्यम से। | मानव विकास को मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) जैसे सूचकांकों के माध्यम से मापा जाता है, जो कल्याण के कई आयामों पर विचार करता है। |
| मानव विकास शिक्षा तथा स्वास्थ्य श्रम उत्पादकता की वृद्धि के साधन माने जाते हैं। | मानव विकास इस धारणा पर आधारित है कि शिक्षा तथा स्वास्थ्य मानवीय हितपूरक हैं। |
| मानव पूँजी को उद्देश्य पूर्ति ( उत्पादन वृद्धि) का एक साधन मानती है। इस दृष्टिकोण से शिक्षा तथा स्वास्थ्य में निवेश अनुत्पादकीय (व्यर्थ ) है। यदि ये वस्तुएँ तथा सेवाएँ उत्पादकता में वृद्धि नहीं करते। | मानव विकास मनुष्य को ही साध्य (Ends) मानता है। शिक्षा तथा स्वास्थ्य में निवेश करके मानवीय कल्याण में वृद्धि की जानी चाहिए। इन निवेशों के फलस्वरूप श्रम - उत्पादकता में भले वृद्धि न हो। |
| उत्पादकता और आर्थिक परिणामों में सुधार लाने के उद्देश्य से मानव पूंजी विकास को अक्सर अधिक तात्कालिक और अल्पकालिक प्रक्रिया के रूप में देखा जाता है। | मानव विकास एक दीर्घकालिक प्रक्रिया के रूप में देखा जाता है, जिसका लक्ष्य व्यक्तियों और समाजों की समग्र भलाई में निरंतर सुधार हासिल करना है। |
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