सिद्धांत का अर्थ क्या है? सिद्धांत की परिभाषाएँ बताइये।
सिद्धांत का अर्थ एवं परिभाषाएँ
प्रत्येक विषय में सिद्धांत का निर्माण का प्रयास किया जाता है। सिद्धांत से अभिप्राय तथ्यों के वैज्ञानिक क्रम से है। जब तथ्यों को परस्पर सम्बन्धित करके उन्हें क्रमबद्ध किया जाता है तो सिद्धांत का निर्माण होता है इसे निम्न प्रकार से परिभाषित किया गया है -
सिद्धांत की परिभाषाएँ
(1) रोज के अनुसार - "एक सिद्धांत में एक विषय की वास्तविकता का प्रतिबन्ध होता है।"
(2) इंकलिस - "हम एक सिद्धांत को एक स्वतः शोध युक्ति मान सकते हैं। जिसमें हम उन सबको संगठित कर सकते हैं। जिन्हें हम किसी विशेष समय में किसी प्रश्न या प्रसंग के बारे में जानते हैं या सोचते हैं कि हम जानते हैं।"
(3) मर्टन के अनुसार - "एक वैज्ञानिक द्वारा प्रेक्षणों के आधार पर तर्क-वाक्यों के रूप में सुझाई गई तार्किक व परस्पर सम्बन्धित अवधारणाएँ ही एक सिद्धांत का निर्माण करती हैं।"
(4) नैडल के शब्दों में - “सिद्धांत को प्रस्तावओं या तर्क-वाक्यों का ऐसा समूह माना जाता है जो एक समस्या क्षेत्र को ढक सकता है। वे तर्क-वाक्य घटनाओं का वर्गीकरण. सम्बन्धित इकाइयों में उनका विश्लेषण तथा उनके अन्तर्सम्बन्धों की अभिव्यक्ति व कार्य विधि के नियमों व विवेचनाओं को योजनाओं की परिभाषा प्रदान करते हैं यहाँ सिद्धांत का अर्थ होता है प्रत्यात्मक (अवधारणात्मक) योजना या तार्किक रूपरेखा या ढांचा।"
पूर्वाक्त परिभाषाओं से स्पष्ट हो जाता है कि सिद्धांत तथ्यों का एक तार्किक अनक्रम अथवा व्यवस्था है जो कि मूर्त है तथा जिसमें अनेक अवधारणाओं का प्रयोग किया जाता है।