10 Lines on Ram Prasad Bismil in Hindi : इस लेख में पढ़िए रामप्रसाद बिस्मिल पर 10 वाक्य का हिंदी निबंध जोकि नर्सरी, कक्षा 1, 2, 3, 4 व् 5 के लिए उपयुक्त है।
10 Lines on Ram Prasad Bismil in Hindi रामप्रसाद बिस्मिल पर हिंदी में दस वाक्य
राम प्रसाद 'बिस्मिल' भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख सेनानी थे
उनका जन्म 11 जून 1897 को शाहजहांपुर के खिरनीबाग मुहल्ले में हुआ था.
उनकी माता का नाम मूलमती तथा पिता का नाम मुरलीधर था।
रामप्रसाद बिस्मिल क्रांतिकारी होने के साथ-साथ कवि, शायर, साहित्यकार थे
वे बिस्मिल के अतिरिक्त राम और अज्ञात के नाम से भी रचनाएँ लिखते थे।
अपनी पुस्तकें बेचकर मिलने वाले पैसे से वह क्रांति के लिए हथियार खरीदते थे।
बिस्मिल आर्य समाजी थे तथा सत्यार्थ प्रकाश उनकी प्रिय पुस्तक थी।
वे मैनपुरी षड्यन्त्र व काकोरी-काण्ड जैसी कई घटनाओं में शामिल थे
काकोरी कांड में अशफाक उल्ला खाँ और चन्द्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारी उनके साथ थे।
उन्हें 19 दिसंबर, 1927 को गोरखपुर की जेल में फांसी पर चढ़ा दिया था.
'वन्दे मातरम' तथा 'भारत माता की जय' का नारा लगाते हुए वे फांसी के फंदे पर झूल गए।
धन्य है रामप्रसाद बिस्मिल जिन्होंने देश की आज़ादी के लिये अपने प्राणों की आहुति दी।