होली पर बाल कविता संग्रह। Funny Holi Poems in Hindi
धूम मचाती होली आई, ले सतरंगी रंग
रामू शामू शीला आओ चलो करें हुडदंग
फागुन की अल्हड मस्ती में, हँस-हँस भरे गुलाल
टेसू घोले सबको घेरे, करदे मुखड़े लाल ।।
दादा जी की पगड़ी रंग दे, मामा जी के बाल
चाचा जी का धोती कुर्ता, भाभी जी के गाल
जो भी घर में छुपकर बैठे, खूब करेंगे तंग
धूम मचाती होली आई, ले सतरंगी रंग ।।
(2) होली आई होली आई
होली आई होली आई
रंग-बिरंगी होली आई
धूम मचाती होली आई
बच्चों की यह टोली आई ।।
हाथ में पिचकारी लाई
अबीर गुलाल उडाती आई
शोर मचाती टोली आई
होली आई होली आई ।।
होली है भाई होली है
हम बच्चों की टोली है
खेलेंगे हम खेलेंगे
प्रेम से होली खेलेंगे ।।
(3) होली की मस्ती
नोमू का मुंह पुता लाल से
सोमू की पीली गुलाल से।
कुर्ता भीगा राम रतन का,
रम्मी के हैं गीले बाल।
मुट्ठी में है लाल गुलाल।।
चुनियां को मुनियां ने पकड़ा
नीला रंग गालों पर चुपड़ा
इतना रगड़ा जोर-जोर से,
फूल गए हैं दोनों गाल।
मुट्ठी में है लाल गुलाल।।
लल्लू पीला रंग ले आया
कल्लू ने भी हरा रंग उड़ाया
रंग लगाया एक-दूजे को,
लड़े-भिड़े थे परकी साल।
मुट्ठी में है लाल गुलाल।।
कुछ के हाथों में पिचकारी
गुब्बारों की मारा-मारी।
रंग-बिरंगे सबके कपड़े,
रंग-रंगीले सबके भाल।
मुट्ठी में है लाल गुलाल।।
इन्द्रधनुष धरती पर उतरा
रंगा, रंग से कतरा-कतरा
नाच रहे हैं सब मस्ती में,
बहुत मजा आया इस साल।
मुट्ठी में है लाल गुलाल।।
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