10 Lines on Vijaya Lakshmi Pandit in Hindi: विजयलक्ष्मी पंडित भारत की महान स्वतंत्रता सेनानी, संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली महिला अध्यक्ष और पंडित
10 Lines on Vijaya Lakshmi Pandit in Hindi: विजयलक्ष्मी पंडित भारत की महान स्वतंत्रता सेनानी, संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली महिला अध्यक्ष और पंडित जवाहर लाल नेहरू की बहन थी। यह निबंध १० लाइन में विजयलक्ष्मी पंडित के जीवन, कार्य और उपलब्धियों के बारे में बताता है।
10 Lines on Vijaya Lakshmi Pandit in Hindi - विजय लक्ष्मी पंडित पर १० लाइन का निबंध हिंदी में For Class 1, 2, 3, 4 & 5
- विजयलक्ष्मी पंडित भारत की महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और प्रमुख राजनेता थीं।
- विजय लक्ष्मी पंडित का जन्म 18 अगस्त 1900 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था।
- वह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की बहन की सगी बहन थीं।
- विजयलक्ष्मी पंडित को 1953 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली महिला अध्यक्ष बनीं।
- उनका विवाह काठियावाड़ के सुप्रसिद्ध वकील रणजीत सीताराम पण्डित से हुआ।
- विवाह से पूर्व विजया लक्ष्मी पंडित का नाम सरूप कुमारी नेहरू था।
- विजयलक्ष्मी पंडित ने भारतीय विदेश नीति को नई दिशा देने में अहम योगदान दिया।
- उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारत की ओर से स्थायी प्रतिनिधि के रूप में भी सेवा प्रदान की।
- उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया और कई बार जेल भी गईं।
- विजयलक्ष्मी पंडित ने भारतीय संविधान के निर्माण में भी अहम् भूमिका निभाई।
- वे सोवियत संघ, अमेरिका, ब्रिटेन और आयरलैंड जैसे प्रमुख देशों में भारत की राजदूत रही हैं।
- 1962 से 1964 तक विजयलक्ष्मी पंडित महाराष्ट्र की राज्यपाल रहीं।
- विजयलक्ष्मी पंडित का भारतीय राजनीति और समाज में योगदान अमूल्य है।
- उन्होंने भारतीय राजनीति में महिलाओं के योगदान को एक नई पहचान दिलाई।
- 1 दिसम्बर 1990 को देहरादून में विजयलक्ष्मी पंडित का निधन हो गया।
निष्कर्ष: विजयलक्ष्मी पंडित एक महान महिला थीं जिन्होंने देश की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने भारतीय राजनीति और कूटनीति में अपनी पहचान बनाकर भारत का मान बढ़ाया। वे भारत की सच्ची राष्ट्रभक्त और एक महान नेता थीं।वे भारतीय महिलाओं के लिए एक आदर्श और प्रेरणास्त्रोत हैं।
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