10 Lines on Vikram Sarabhai in Hindi: साराभाई को भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है।यह १० लाइन में निबंध भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक विक्रम
10 Lines on Vikram Sarabhai in Hindi: साराभाई को भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है।यह १० लाइन में निबंध भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक विक्रम अंबालाल साराभाई के जीवन और कार्यों पर प्रकाश डालता है।
10 Lines on Vikram Sarabhai in Hindi - विक्रम साराभाई पर १० लाइन का निबंध हिंदी में for Class 1, 2, 3, 4 & 5
- विक्रम अंबालाल साराभाई भारत के एक महान वैज्ञानिक थे।
- विक्रम साराभाई का जन्म 12 अगस्त, 1919 को अहमदाबाद में हुआ था।
- उनके पिता का नाम श्री अम्बालाल साराभाई और माता का नाम श्रीमती सरला साराभाई था।
- डॉ. विक्रम साराभाई को भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का पितामह माना जाता है।
- उन्होंने प्राथमिक शिक्षा मोंटेसरी लाइन के निजी स्कुल ‘रिट्रीट’ से प्राप्त की।
- विक्रम साराभाई मेट्रिक्युलेशन के बाद, उच्च शिक्षा के लिए 1937 में इंग्लैंड चले गये।
- उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की।
- विक्रम साराभाई को 1962 में डॉ. शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार दिया गया था।
- विक्रम साराभाई ने मई 1966 में परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष पद को संभाला।
- उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- साराभाई ने ISRO के माध्यम से भारत का पहला उपग्रह आर्यभट्ट को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया।
- साराभाई ने भारत में वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए कई संस्थानों की स्थापना की।
- दुर्भाग्यवश, 31 दिसंबर, 1971 को 52 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया।
- साराभाई की मृत्यु से भारत ने एक महान वैज्ञानिक और दूरदर्शी को खो दिया।
- उन्हें 1966 में पद्म भूषण और 1972 में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
निष्कर्ष: वे एक प्रतिभाशाली वैज्ञानिक थे जिन्होंने भौतिकी और अंतरिक्ष विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों को प्रेरित किया और उन्हें अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने विश्व को दिखाया कि एक विकासशील देश भी अंतरिक्ष विज्ञान में अग्रणी बन सकता है।
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