अपनी किसी रोचक यात्रा के बारे में बताते हुए नानी जी को पत्र लिखिए: प्रणाम नानी जी, आशा है आप स्वस्थ और सकुशल होंगी। मैं अभी हाल ही में हरिद्वार की या
अपनी किसी रोचक यात्रा के बारे में बताते हुए नानी जी को पत्र लिखिए
20 'बी'- जानकीपुरम
लखनऊ (उ.प्र.)
विषय: रोचक यात्रा का वर्णन
प्रणाम नानी जी,
आशा है आप स्वस्थ और सकुशल होंगी। मैं अभी हाल ही में हरिद्वार की यात्रा से लौटा हूं, और मेरा मन वहां के अनुभवों से इतना भरा हुआ है कि मैं आपको सब कुछ बताने के लिए उत्सुक हूं।
हमने हर की पौड़ी पर गंगा आरती का अविस्मरणीय अनुभव लिया। हवा में घंटियों की धुन और दीपों की जगमगाहट के बीच मंत्रोच्चार का उच्चारण वातावरण को दिव्य बना रहा था। ऐसा लगा मानो गंगा मइया स्वयं सजकर अपने भक्तों का स्वागत कर रही हों। हरिद्वार में बहती पवित्र गंगा में स्नान करना किसी तपस्या से कम नहीं था। ठंडे जल की स्पर्श से जैसे सारे पाप धुल गए और मन को असीम शांति मिली।
हमने हिमालय की तलहटी में स्थित मनसा देवी मंदिर और चंडी देवी मंदिर के दर्शन भी किए। मंदिरों तक जाने वाली रोपवे की सवारी से चारों तरफ फैले हरियाली और गंगा की धारा का मनमोहक दृश्य देखने का अपना ही आनंद था। मंदिरों में पूजा-अर्चना कर मन को एक अजीब सी प्रसन्नता मिली। ऐसा लगा मानो देवी मां ने अपना आशीर्वाद दे दिया हो।
हरिद्वार की यात्रा अधूरी रहती अगर वहां के स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ न उठाया जाता। हमने मशहूर छोले भटूरे, राजमा चावल और शाम के समय गंगा किनारे मिलने वाली स्वादिष्ट चाय का भरपूर आनंद लिया। हर चीज का स्वाद इतना लाजवाब था कि याद आते ही मुंह में पानी भर आता है।
नानीजी, हरिद्वार की यात्रा मेरे लिए अविस्मरणीय बन गई है। वहां के पवित्र वातावरण, भव्य मंदिरों, और स्वादिष्ट भोजन ने मुझे न सिर्फ आध्यात्मिक सुख दिया बल्कि मन को भी तृप्त किया। मैं आपसे जल्द ही मिलने और यात्रा के हर किस्से को विस्तार से बताने का इंतजार कर रहा हूं।
आपका प्यारा पोता/पोती,
नाम: अ.ब.स.
दिनांक: DD/MM/YYYY
अपनी किसी रोचक यात्रा का वर्णन करते हुए नानी जी को पत्र लिखिए
फ्लैट नं 45,
रघुनाथ एन्क्लेव,
मॉल रोड, कानपुर
उत्तर प्रदेश।
विषय: रोचक यात्रा का वर्णन
प्रिय नानीजी,
चरण स्पर्श।
आशा है कि आप कुशल-मंगल होंगी। मैं अभी हाल ही में मुंबई की यात्रा से लौटा हूं, और मेरा मन वहां के अनुभवों से इतना भरा हुआ है कि मैं आपको सब कुछ बताने के लिए बेताब हूं। मुंबई, "सपनों का शहर", वाकई में अपने नाम पर खरा उतरता है। चहल-पहल भरी सड़कें, ऊंचे-ऊंचे गगनचुंबी इमारतें, और अरब सागर की मनमोहक लहरें - हर चीज ने मुझे मंत्रमुग्ध कर दिया।
हमारी यात्रा का मुख्य आकर्षण रहा, ऐतिहासिक गेटवे ऑफ इंडिया। सूरज की किरणों से नहाया हुआ यह स्मारक, भारत के गौरवशाली अतीत की को दर्शाता है। वहां से थोड़ी ही दूर पर स्थित मरीन ड्राइव का शाम के समय अपना ही जादू है। हमने एलिफेंटा गुफाओं की यात्रा भी की, जो मानव निर्मित कला का एक अद्भुत नमूना है।
नानीजी, मुंबई की यात्रा सिर्फ दर्शनीय स्थलों तक ही सीमित नहीं रही। वहां का जायका भी उतना ही लाजवाब है। वड़ा पाव की मसालेदार खुशबू, पाव भाजी की लजीज ग्रेवी, और मिसल पाव का चटपटा स्वाद - इन सबने मेरी जीभ का जायका बदल दिया। मुंबई की ऊर्जा, विविधता, और स्वादिष्ट भोजन, सब कुछ मिलकर इस यात्रा को मेरे लिए अविस्मरणीय बना गया।
मुझे जल्द ही आपसे मिलने और मुंबई की हर छोटी-बड़ी बातें विस्तार से बताने का इंतजार है। तब तक के लिए अपना ख्याल रखिएगा।
आपका प्यारा पोता/पोती,
नाम: अ.ब.स.
दिनांक: DD/MM/YYYY
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