अनुक्रमणिका का अर्थ, परिभाषा और उद्देश्य बताइए: अनुक्रमणिका किसी सम्पूर्ण कृति (जैसे पुस्तक, सेट अथवा जिल्दबद्ध पत्रिका) में उल्लिखित या प्रासंगिक नाम
अनुक्रमणिका का अर्थ, परिभाषा और उद्देश्य बताइए।
अनुक्रमणिका का अर्थ: अनुक्रमणिका का अर्थ संकेत करना या इंगित करना है। अतः यह आंकड़ों तथा एकत्र किये गये अभिलेखों की ओर इंगित कराने की पद्धति है। अनुक्रमणि का पत्रों एवं दस्वावेजों की फाइल बनाने का एक महत्वपूर्ण साधन है। अनुक्रमणिका में नाम, विषय, तथा अन्य शीर्षक, जिनके अन्तर्गत दस्तावेज फाइल किये जाते हैं। उनके निर्धारण की प्रक्रिया है।
अनुक्रमणिका की परिभाषा
डॉ. आर. सी. द्विवेदी के अनुसार, "अनुक्रमणिका किसी ग्रन्थ या किसी अन्य कृति में आये हुए प्रमुख शब्दों को वर्णक्रम में या किसी अन्य क्रम में सजाकर निर्मित सूची है।"
डॉ. सी. पी. त्रिवेदी के अनुसार, "अनुक्रमणिका किसी ग्रन्थ या किसी अन्य कृति में आये हुए विषयों, व्यक्तियों या स्थानों की सूची है।"
मैक्ग्राहिल एनसाइक्लोपीडिया आफ साइंस एण्ड टेक्नोलाॅजी के अनुसार ‘‘अनुक्रमणिका किसी सम्पूर्ण कृति (जैसे पुस्तक, सेट अथवा जिल्दबद्ध पत्रिका) में उल्लिखित या प्रासंगिक नामों, शब्दों, विषयों, स्थानों, फार्मूलों या अन्य महत्वपूर्ण शब्दों की सही पृष्ठ संख्या के साथ एक विस्तृत आनुवर्णिक सूची होती है।’’
डॉ. शिवकुमार मिश्र के अनुसार, "अनुक्रमणिका किसी ग्रन्थ या किसी अन्य कृति में आये हुए प्रमुख शब्दों, विषयों, व्यक्तियों या स्थानों की सूची है जो उस कृति में कहाँ-कहाँ आते हैं, यह बताती है।"
इन परिभाषाओं से स्पष्ट है कि अनुक्रमणिका एक सूची है जो किसी ग्रन्थ या किसी अन्य कृति में आये हुए प्रमुख शब्दों, विषयों, व्यक्तियों या स्थानों को सूचीबद्ध करती है। यह सूची उपयोगकर्ताओं को उस कृति में निहित जानकारी की खोज को आसान बनाती है।
अनुक्रमणिका का उपयोग प्रकाशित सामग्री में निहित जानकारी की खोज को आसान बनाने के लिए किया जाता है। यह लेखों, पुस्तकों, पत्रिकाओं और अन्य प्रकाशित सामग्री में पाठ और विषयों की सूची प्रदान करती है। अनुक्रमणिका के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना उद्देश्य होता है। अनुक्रमणिका के कुछ सामान्य उद्देश्य निम्न हैं:
अनुक्रमणिका के उद्देश्य
1. फाइल तथा दस्तावेजों को ढूंढने में आसानी: अनुक्रमणिका के माध्यम से हम अपने कार्यालयीन फाइल तथा दस्तावेजों को आसानी से ढूंढ सकते हैं।
2. समय एवं श्रम की बचत: अनुक्रमणिका के कारण फाइलों एवं दस्तावेजों को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है जिससे समय एवं श्रम की बचत होती है।
3. सूचना का संग्रह करना: अनुक्रमणिका सूचना का संग्रह करती है। यह प्रकाशित सामग्री में निहित जानकारी को एकत्र करती है और इसे एक व्यवस्थित तरीके से प्रस्तुत करती है।
4. प्रकाशित सामग्री का विश्लेषण करना: अनुक्रमणिका प्रकाशित सामग्री का विश्लेषण करने में मदद कर सकती है। यह उपयोगकर्ताओं को यह पता लगाने में मदद करती है कि किसी विशेष विषय पर जानकारी कैसे वितरित की जाती है।
5. संदर्भ प्रदान करना: अनुक्रमणिका संदर्भ प्रदान करती है। यह उपयोगकर्ताओं को यह पता लगाने में मदद करती है कि किसी विशेष विषय पर जानकारी कहाँ मिल सकती है।
6. पत्रों को निश्चित क्रम में रखने की सुविधा: अनुक्रमणिका एक निश्चित आधार के अनुसार बनाई जाती है। इस कारण, पत्रों को भी एक निश्चित क्रम में सुरक्षित रखा जा सकता है।
7. पुस्तकालय में उपयोगी: पुस्तकालय में रखी हजारों पुस्तकों में से कोई एक पुस्तक सरलतापूर्वक निकालने के लिए अनुक्रमणिका का प्रयोग किया जा सकता है।
8. पत्रों एवं महत्त्वपूर्ण प्रलेखों की सुरक्षा: अनुक्रमणिका की सहायता से पत्रों एवं प्रलेखों को रखने एवं निकालने में पत्रों को अधिक उलटना-पलटना नहीं पड़ता है। इससे पत्र फटने से बच जाते हैं।
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