मापन एवं मूल्यांकन में अंतर - Difference between Measurement and Evaluation in Hindi: किसी गुण की परिमाणात्मक अभिव्यक्ति मापन है जबकि मापन एवं मूल्य न
मापन एवं मूल्यांकन में अंतर - Difference between Measurement and Evaluation in Hindi
मापन एवं मूल्यांकन में अंतर: मापन, विभिन्न गुणों के साथ निश्चित एवं स्वीकार्य नियमों के आधार पर अंक को जोड़ने की प्रक्रिया है अर्थात किसी गुण की परिमाणात्मक अभिव्यक्ति मापन है जबकि मापन एवं मूल्य निर्धारण की समन्वित प्रक्रिया मूल्यांकन है अर्थात यह कहा जा सकता है कि मूल्यांकन में मापन हमेशा समाहित है मापन एवं मूल्यांकन में कुछ प्रमुख अंतर निम्न लिखित हैं:
मापन एवं मूल्यांकन में अंतर
अंतर का आधार | मापन | मूल्यांकन |
---|---|---|
व्यापकता | मापन का क्षेत्र सीमित होता है। | मूल्यांकन का क्षेत्र व्यापक होता है इसमें छात्र के सम्पूर्ण व्यक्तित्व की परीक्षा की जाती है। मूल्यांकन के लिए मापन एवं मूल्य निर्णय दोनों आवश्यक हैं। |
तुलनात्मकता | मापन के द्वारा तुलनात्मक अध्ययन सम्भव नही। | मूल्यांकन के द्वारा तुलनात्मक अध्ययन किया जा सकता है। |
स्पष्टता | मापन किसी छात्र के संप्राप्ति के सम्बन्ध में स्पष्ट धारणा व्यक्त नही करता। | मूल्यांकन के आधार पर किसी विद्यार्थी के शैक्षिक संप्राप्ति के बारे में स्पष्ट धारणा बनाई जा सकती है। |
कार्य | मापन का कार्य साक्ष्यों का एकत्रीकरण करना होता है। | मूल्यांकन का कार्य साक्ष्यों के विश्लेषण से निष्कर्ष निकालना है। |
समय एवं श्रम | मापन में अधिक श्रम एवं समय की आवश्यकता नही होती। | मूल्यांकन में अपेक्षाकृत में अधिक श्रम एवं समय की आवश्यकता होती है। |
मुख्य केंद्र | मापन पाठ्य वस्तु केन्द्रित होता है। | मूल्यांकन शैक्षिक उद्देश्य केन्द्रित होता है। |
प्रकृति | मापन उन निरीक्षणों की और संकेत करता है जिन्हें अंकात्मक रूप से प्रदर्शित किया जाता है। | मूल्यांकन के अन्तर्गत अंकात्मक एवं गुणात्मक दोनों ही प्रकार के निरीक्षणों को स्थान दिया जाता है। |
प्रयुक्त विधियाँ | मापन में निश्चित विधियों का ही उपयोग होता है जो लिखित मौखिक तथा प्रायोगिक परीक्षा के रूप में होता है। | मूल्यांकन की प्रयोग में आने वाली प्रविधियां साक्षात्कार, पर्यवेक्षण, अवलोकन आदि। |
COMMENTS