किंग कोबरा पर निबंध - Essay on King Cobra in Hindi: किंग कोबरा को सांपों की प्रजाति का राजा कहा जाता है। किंग कोबरा की लंबाई अठारह फीट तक हो सकती है।
किंग कोबरा पर निबंध - Essay on King Cobra in Hindi
किंग कोबरा पर निबंध: किंग कोबरा को सांपों की प्रजाति का राजा कहा जाता है। किंग कोबरा की लंबाई अठारह फीट तक हो सकती है। यह सांप आमतौर पर नम, ठंडे और घने छायादार स्थानों पर रहना पसंद करते हैं। यह भारत के दक्षिण क्षेत्रों में बहुतायात में पाया जाता है। किंग कोबरा एक अत्यधिक जहरीला मांसाहारी सांप है, जिसके आहार में न केवल अन्य जानवर, बल्कि अन्य सांप भी शामिल हैं।
किंग कोबरा सांप के कान नहीं होते यह सिर्फ चीजों की आहट और कंपन से ही पता लगाता है। परन्तु यह सिर्फ धरती पर होने वाली ध्वनि तरंगों और कंपन को ही महसूस कर सकते हैं हवा में होने वाली ध्वनि तरंगों को महसूस करने में कोबरा सांप असमर्थ होते हैं।
ख़तरा महसूस होने पर किंग कोबरा अपने शरीर के सामने के एक तिहाई हिस्से को उठाकर अपना फन फैलाता है, और एक गहरी, फुफकारने वाली आवाज निकालता है ऐसा करके यह अपने दुश्मन को डराता है। किंग कोबरा सांप की इकलौती ऐसी प्रजाति है जो अपने रहने के लिए घोसले बनाते हैं और उन्हीं में अंडे देते हैं और उन अंडों की खुद रक्षा करते हैं।
किंग कोबरा की विशेषताएं
लंबाई: किंग कोबरा दुनिया का सबसे लंबा विषैला सांप है, जिसकी औसत लंबाई 10 से 13 फीट (3 से 4 मीटर) तक होती है। हालांकि, सबसे लम्बा किंग कोबरा अधिकतम 18 फीट तक देखा गया है।
वजन: एक पूर्ण विकसित किंग कोबरा का वजन 6 से 9 किलोग्राम के बीच हो सकता है, जो इसे सबसे भारी जहरीले सांपों में से एक बनाता है।
औसत जीवन काल: जंगल में किंग कोबरा 20 साल तक जीवित रह सकते हैं। हालांकि कैद यह में 30 से अधिक वर्षों तक जीवित रह सकते हैं क्योंकि कैद में इन्हें किसी शिकारी का खतरा नहीं होता।
रूप-रंग: किंग कोबरा का शरीर चिकना और मांसल शरीर होता है। इसकी त्वचा (केंचुली) पर कौड़ियाँ होती हैं जो आमतौर पर पीले या सफेद रंग की होता है। इसका सिर चौड़ा और अलग होता है, जिसमें दो बड़ी, गोल आंखें और डराने वाली, उभरी हुई नुकीली जोड़ी होती है।
परभक्षी: किंग कोबरा के आकार और विष के कारण इनके अधिक शिकारी नहीं होते हैं। परन्तु कभी-कभी बड़े शिकारियों, जैसे चील, और अन्य शिकारी स्तनधारियों जैसे नेवले आदि के शिकार हो जाते हैं।
आहार: किंग कोबरा मुख्य रूप से जहरीले और गैर-विषैले सांपों को खाता है। यह छिपकली ,मेंढक, छोटे स्तनधारियों और कभी-कभी पक्षियों और उनके अंडों का भी सेवन करता है।
निष्कर्ष: भारत के कुछ भाग इसे भगवान शिव के गले में रहने वाला नाग समझते हैं जिसके कारण इसे लोग मारते नहीं हैं। किंग कोबरा हिंदू पौराणिक कथाओं और संस्कृति में पूजनीय है, और अक्सर सपेरों के साथ देखा जाता है।यद्यपि किंग कोबरा एक अत्यंत जहरीला सर्प है परन्तु यह कभी भी बेवजह हमला नहीं करता। सामान्यतः यह खतरा महसूस होने पर ही हमला करता है। भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम (1972) के तहत यह एक संरक्षित प्रजाति है।
COMMENTS