सिद्धांत निर्माण में मूल्यों की उपयोगिता बताइए। राजनीतिक सिद्धांत में तथ्य मूल्य विवाद पर निबंध लिखिए। सिद्धांत निर्माण में मूल्यों का क्या महत्व है?
सिद्धांत निर्माण में मूल्यों की उपयोगिता बताइए।
- राजनीतिक सिद्धांत में तथ्य मूल्य विवाद पर निबंध लिखिए।
- सिद्धांत निर्माण में मूल्यों का क्या महत्व है?
- तथ्य और मूल्य को पृथक् नहीं किया जा सकता।
सिद्धांत निर्माण में मूल्यों की उपयोगिता
हम यह जानते है कि राजनीति विज्ञान का अध्ययन तथ्यों पर आधारित है। यही कारण है कि राजनीति विज्ञान को विज्ञान की संज्ञा से विभूषित किया गया है। परन्तु इसे प्राकृतिक विज्ञान की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता, क्योंकि इसमें सामाजिकता तथा मानवीयता का भाव भी निहित है। प्राकृतिक विज्ञान के समान राजनीति विज्ञान में राजनीति के तथ्यों को मूल्य-निरपेक्ष होकर देखा जा सकता है। इस सम्बन्ध में विचारक एक मत नहीं हैं। ये विचार दो श्रेणी में विभक्त हो गए हैं -
- अनुभवेतरवादी - ये विचारक मानव के चुनाव तथा उसकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के बारे में बताते हैं।
- अनुभववादी - ये विचारक महत्त्वपूर्ण तथा सारगर्भित तथ्यों एवं मूल्यों का अध्ययन करते हैं।
मूल्यों को प्रभावित करने वाले तथ्य
- दशाओं के अनिश्चित होने पर निर्णय अनिश्चितताओं तथा जोखिम पर भी निर्भर है।
- स्थापन्नों का ज्ञान होना आवश्यक है।
- किसी विशिष्ट समय में विभिन्न स्थानापन्नों की अवस्था में ही निर्णय होता है।
- किसी व्यक्ति का निर्णय यह भी हो सकता है कि वह व्यक्ति सभी स्थानापन्न परिणाम का क्या मूल्य निश्चित करता है।
इस प्रकार विभिन्न स्थानापन्नों के बीच जब तुलना की जाती है तो व्यक्ति निर्णय करने योग्य हो जाता है।
राजनीतिक विज्ञान में मूल्यों का आधार
राजनीति विज्ञान के मूल्यों के आधार के सम्बन्ध में विद्वानों के अलग-अलग मत हैं। ब्रैस्ट ने मूल्यों को तीन प्रतिस्थापनाओं के बारे में लिखा है
- प्रत्येक मूल्य के परिणामों को ज्ञात करके मूल्य-मापदण्ड की रचना की जा सकती है।
- ग्रहणीय मूल्य निर्णयों का वास्तविक ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है।
- मूल्यों तथा तथ्यों को अलग नहीं किया जा सकता। उसे पृथक्-पृथक् बिन्दुओं से प्रकट किया जा सकता है।
आधनिक राजनीतिक विश्लेषणों में मूल्यों के आधार सम्बन्धी मत निम्नलिखित हैं
- ईश्वर की इच्छा को प्रत्यक्ष (अपरोक्ष) या परोक्ष रूप से जाना जा सकता है।
- मूल्य को ईश्वर की इच्छा पर आधारित होना चाहिये।
जॉन डिवी के मतानुसार,
- राजनीतिक मूल्यों का आधार प्राथमिकताएं होती हैं।
- प्राथमिकताएँ विश्वव्यापी हो सकती हैं।
- राजनीतिक मूल्यों को अन्य मूल्यों के समान ज्ञात किया जा सकता है।
कान्ट तथा लियोस्ट्रास के मतानुसार, मूल्यों को प्राकृतिक नियमों पर आधारित होना चाहिये। वैसे तो ये प्राकृतिक नियम ईश्वर प्रदत्त हैं। किन्तु तर्क द्वारा इनके विषय में ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है।
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