अनोल्ड ब्रैस्ट के वैज्ञानिक राजनीतिक सिद्धांत की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए। आनोल्ड ब्रैस्ट ने राजनीतिक सिद्धांत के विचार उसके व्यापक अर्थों में प्रकट
अनोल्ड ब्रैस्ट के वैज्ञानिक राजनीतिक सिद्धांत की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
आनोल्ड ब्रैस्ट ने राजनीतिक सिद्धांत के विचार उसके व्यापक अर्थों में प्रकट न करके केवल राजनीतिक सन्दर्भ में व्यक्त किए हैं। उन्होंने कहा है कि राजनीतिक सिद्धांत सार्थक है, निरर्थक नहीं। उन्होंने सिद्धांत की परिभाषा इस प्रकार दी है, “यह एक प्रकार की प्रस्तावना अथवा प्रस्तावना के समूहों का भण्डार है, जो विषय-सामग्री के सन्दर्भ में प्रत्यक्षतः पर्यवेक्षित अथवा अप्रकार अन्तःसम्बन्धों या किसी विशेष की व्याख्या करता है।"
बैस्ट ने विज्ञान को अर्थों में लिखा है -
(अ) विज्ञान शुद्धः तर्कपूर्ण अन्तः ज्ञान एवं स्वयं साध्य परिस्थितियों, धर्म प्रकाशन आदि से परिपूर्ण है।
अनोल्ड ब्रैस्ट के वैज्ञानिक राजनीतिक सिद्धांत की विशेषताएँ
- आधुनिक युग में इस प्रकार के वैज्ञानिक सिद्धांतों की बहुत आवश्यकता है।
- शोधकर्ता या अध्ययनकर्ता अपने अध्ययन को मूल्यों के प्रभाव से पृथक् रखता है।
- अध्ययन के लिए सर्वसम्मत वैज्ञानिक प्रणालियों का प्रयोग किया जाता है।
- इस सिद्धांत में शब्द, प्रक्रियाओं तथा परिणामों को निश्चित तकनीकी स्वरूप प्रदान किया जाता है।
- वैज्ञानिक सिद्धांत में अध्ययन से पूर्व संकल्पनात्मक रूपरेखा भी बना ली जाती है।
- सिद्धांत को व्याख्यात्मक स्वरूप प्रदान करने के लिए शोध तथा विश्लेषण के परिणामों को भी समझना आवश्यक है।
- राजनीतिक सिद्धांत में केवल उन तथ्यों का अध्ययन किया जाता है। जो मानव की इन्द्रियों द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से अनुभव किए जा सकें।
- राजनीतिक सिद्धांत के विषय में जितना भी वैज्ञानिक ज्ञान होता है। वह विश्वसनीय तथा उपयोगी होता है। इसका कारण यह है कि उसे वैज्ञानिक विधियों द्वारा भली-भाँति परख लिया जाता है।
विज्ञान की परिभाषा करते हुए ब्रैस्ट ने लिखा है, "यह अन्तः सहानुभूतिमूलक संचारणीय ज्ञान है।"
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