यहाँ पढ़ें कुत्ता पर छोटा व बड़ा निबंध अलग-अलग शब्द सीमाओं में कक्षा 1, 2, 3, 4 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के विध्याथियो के लिए। Short and Long Essay o
कुत्ता पर छोटे तथा बड़े निबंध - Long and Short Essay on Dog in Hindi
कुत्ता पर छोटा निबंध (Short Essay on Dog In Hindi)
कुत्ता एक स्तनपायी जानवर है। एक कुत्ते के तेज तथा नुकीले दांत होते हैं, जिससे वह बहुत आसानी से शिकार कर सके। कुत्तों के चार पैर, दो आंखें,दो कान, एक मुंह, एक नाक तथा एक पूंछ होती है। कुत्ते बहुत ही होशियार पशु होते हैं पुलिस इनका उपयोग से चोरों को पकड़ने में करती है। यह बहुत तेज दौड़ते हैं तथा जोर से भौंककर अजनबियों पर हमला करते है। एक कुत्ता अपने मालिक के प्रति हमेशा वफादार रहता है। वास्तव में कुत्ता पशु न होकर मनुष्य का अभिन्न मित्र होता है.
एक कुत्ते का जीवनकाल सामान्यतः छोटा होता है। यह लगभग 12-15 साल तक जीवित रहते है। जो उनके आकार पर निर्भर करता है जैसे कि छोटे कुत्ते लंबा जीवन जीते हैं। एक मादा कुत्ता एक बच्चे को जन्म देती है और उसे दूध पिलाती है। इसलिए कुत्तों को स्तनपायी श्रेणी में रखा गया हैं। कुत्ते को अंग्रेजी में कैनाइन और कुत्ते के घर को केनेल कहा जाता है।
कुत्तों को उनकी काम के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है जैसे गार्ड डॉग, हेरिंग डॉग, हंटिंग डॉग, पुलिस डॉग, गाइड डॉग, स्निफर डॉग, इत्यादि। इसमें सुंघने की अद्भुत शक्ति होती है, जिसकी सहायता से पुलिस हत्यारों, चोरों और डाकुओं को आसानी से पकड़ सकते है। मिलिट्री, कुत्तों को ट्रैक करने और बम का पता लगाने के लिए भी प्रशिक्षित करती हैं।
प्रशिक्षित कुत्तों को पुलिस स्टेशन, फ़ौज, हवाई अड्डों, सीमाओं पर बारूदी सुरंगा पता लगाने में प्रयोग किया जाता है। टेरियर्स, ट्रैकिंग और शिकार के लिए कुत्तों की सबसे ज्यादा जरुरत पड़ती हैं। कुत्ते धर की अजनबियों से रखवाली भी करते हैं। बर्फीली जगहों पर कुत्तों का प्रयोग स्लेज खींचने में किया जाता है।
दुनिया में हर जगह कुत्ते पाए जाते हैं। कुत्ते बहुत वफादार तथा जोशीले जानवर होते हैं। इनका दिमाग तेज तथा सूंघने की क्षमता तीव्र होती है। इसमें पानी में तैरना, घात लगाकर शिकार करना जैसे कई गुण होते हैं। इनका स्वभाव बहुत ही मददगार होता है शायद इसीलिए इसे मनुष्य का सबसे अच्छा मित्र माना जाता है।
कुत्ते पर निबंध (200 शब्द)
सामान्य परिचय
कुत्ता एक चौपाया जानवर है जिसका वैज्ञानिक नाम कैनिस ल्यूपस फैमिलिएरिस होता है। कुत्ते को भेड़िये की प्रजाति का जीव होता है। यह स्तनधारी होता हैं और मादा अपने जैसे बच्चों को जन्म देती है। कुत्ते मांसाहारी जीव होते हैं परन्तु पालतू कुत्ते सब कुछ खा सकते है। अतः इन्हें सर्वाहारी कहना उचित होगा। कुत्ते की कई प्रजातियाँ होती हैं जैसे लेब्राडोर, डोबेरमैन, जर्मन शेफर्ड तथा पूडल आदि। यह झुण्ड में रहने वाले सामाजिक जीव होते है। इसके समूह को ‘पैक’ कहते है। इनकी लम्बाई सामान्यतः 6 से 33 इंच तक होती है परन्तु कुछ प्रजातियाँ जैसे मस्टिफ, ग्रेटडेन तथा सेंट बर्नार्ड आदि की उंचाई अधिक होती हैं। इसकी सूंघने की क्षमता मानव से 10000 गुना अधिक होती है।
कुत्ते कई तरह से संवाद करने के लिए भौंकते तथा पूँछ हिलाते हैं। कुत्ते मनुष्य के बोलने के तरीके और हाव-भाव को देखकर ही पहचान लेते है कि कौन उनका मित्र है तथा कौन शत्रु। कुत्ते अपने मालिक को चाटकर प्रेम दर्शाते है। कुत्ते गुस्सा व्यक्त करने के लिए गुर्राते तथा जोर-जोर से भौंकते हैं जबकि खुश होने पर यह अपनी पूँछ को तेजी से घुमाते हैं। कई बार कुत्ते अपने मालिक को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह कि आवाजें भी निकालते हैं।
कुत्तों में कई ऐसी विशेष क्षमताएं होती हैं जो इन्हें अन्य जीवों से अलग बनाती हैं। उदाहरण के लिए कुत्तों की सुनने की क्षमता मनुष्य से 5 गुना जबकि सूंघने की क्षमता मानव से 10000 गुना अधिक होती है। इसी प्रकार कुत्तों कि अँधेरे में देखेने कि क्षमता भी पायी जाती हैं। कुत्ते प्राकृतिक रूप से कुशल तैराक होते हैं। शिकार करने के लिए प्रकृति ने उन्हें धारदार नाखून तथा नुकीले दांत दिए हैं। जिस प्रकार मन्ष्यों में सभी के फिंगर प्रिंट अलग-अलग होते हैं वैसे ही कुत्तों में नोस प्रिंट(नाक पर उभरी हुई छाप) अलग-अलग होती है और इस नोस प्रिंट की मदद से किसी भी कुत्ते को पहचाना जा सकता है।
यह वास्तव में एक बहुत ही उपयोगी पालतू जानवर हैं। वह आजीवन अपने मालिक के प्रति वफादार रहता है। कुत्ता कुदरत के द्वारा दिया गया एक अनमोल जीव है हमें इसकी बहुत स्नेह के साथ देखभाल करनी चाहिए और उन्हें प्यार से रखना चाहिए। हमारे देश में विदेशी कुत्तों को तो ठीक से रखा जाता है जबकि देशी कुत्ते गलियों में लावारिश आवारा भटकते रहते हैं। अतः हमें चाहिए कि विदेशी कुत्तो की बजाय देशी कुत्तों को वरीयता दें
कुत्ते पर निबंध (300 शब्द)
कुत्ता एक स्तनपायी जानवर है। यह सभी पालतू पशुओं में श्रेष्ठ माने जाते हैं. कुत्ते बहुत ही होशियार पशु होते हैं लोग अपने घर कि रक्षा के लिए इन्हें पालते हैं पुलिस कुत्तों का उपयोग से चोरों को पकड़ने में करती है। एक कुत्ता अपने मालिक के प्रति हमेशा वफादार रहता है। वास्तव में कुत्ता पशु न होकर मनुष्य का अभिन्न मित्र होता है. कुत्तों के चार पैर होते हैं जिनकी सहायता यह बहुत तेज दौड़ते हैं. दो आंखें होती है जिससे यह अँधेरे में भी देख पाते हैं. कुत्तों के कान धीमे से घीमे शोर को भी सुन सकते हैं। यह जब अजनबियों को देखते हैं तो भौंककर हमला करते है। एक कुत्ते के तेज तथा नुकीले दांत होते हैं, जिससे वह बहुत आसानी से शिकार कर सके।
जीवन-काल
एक कुत्ते का जीवनकाल सामान्यतः छोटा होता है। यह लगभग 12-15 साल तक जीवित रहते है। जो उनके आकार पर निर्भर करता है जैसे कि छोटे कुत्ते लंबा जीवन जीते हैं। एक मादा कुत्ता एक बच्चे को जन्म देती है और उसे दूध पिलाती है। इसलिए कुत्तों को स्तनपायी श्रेणी में रखा गया हैं। कुत्ते को अंग्रेजी में कैनाइन और कुत्ते के घर को केनेल कहा जाता है।
कुत्ते के प्रकार
कुत्ते कई प्रकार के होते हैं इन्हें इनके कार्य और व्यवहार के आधार पर बांटा जा सकता है.
कुत्तों के प्रकार | कुत्तों के नाम |
---|---|
छोटे कुत्ते | पग, पोमेरानियन, चिहुआहुआ, माल्टीज़ आदि |
माध्यम आकार के कुत्ते | बुल डॉग, बीगल आदि |
बड़े आकार के कुत्ते | लेब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, गोल्डन रिट्रीवर, डोबेरमैन आदि |
विशालकाय कुत्ते | मस्टिफ, ग्रेट डेन, सेंट बर्नार्ड, आयरिश वुल्फाउंड आदि> |
खान-पान
कुत्ते सामान्यतः मांस, मछली, दूध, चावल, रोटी आदि खाते हैं। यद्यपि कुत्ते मूलरूप से मांसाहारी होते हैं परन्तु मानवीय परिवेश में रहने के कारण इन्होने सर्वाहारी भोजन श्रृंखला को अपना लिया है आजकल बाजारों में कुत्तों के लिए पेडि-ग्री जैसे कई भोज्य-पदार्थ बिकने लगे है। प्यार से खिलाने पर कुत्ते कुछ भी खा लेते हैं परन्तु कुत्तों को भूल से भी चोकलेट नहीं खिलानी चाहिए कयोंकि चॉकलेट में थियोब्रोमाइन नामक तत्व पाया जाता है जिससे कुत्ते की मृत्यु भी हो सकती है.
कुत्ते की शारीरिक रचना
कुत्ता एक चौपाया जानवर है. इसकी गर्दन छोटी और पतली होती है। शारीरिक रूप से कुत्तों के संरचना भेड़िये से मिलती हैं क्योंकि कुत्ते भेड़िये से ही विकसित हुए हैं। जिसके कारण यह भेड़ियों के समान तेजी से दौड़ पाता है। कुत्ते के चारों पैरों में नुकीले नाखून होते है। कुत्ते के दो चमकीली आंखें होती है। कुत्ते के पीछे की टांगों की तरफ एक पूछ होती है। विभिन्न प्रकार की ध्वनियाँ सुनने के लिए कुत्ते के दो कान होते है। पूरे विश्व में कुत्ते की अनेक किस्में पाई जाती हैं जिसमें से मस्टिफ, ग्रेट डेन, सेंट बर्नार्ड जैसी प्रजातियों का शरीर विशाल होता है जबकि पग, पोमेरानियन, कोर्गी आदि का शरीर छोटा होता है। कुत्ते की पूंछ टेढ़ी, घुमावदार, मुड़ी हुई और बालों वाली होती है लेकिन कुछ कुत्तों की पूंछ छोटी होती है।
श्रेष्ठ मित्र
कुत्ते अपने मालिक के प्रति इतने वफादार होते हैं यदि उन्हें उनके मालिक से अलग कर दिया जाय तो वह खाना-पीना तक छोड़ देते हैं. कुत्तों में मानवीय व्यवहार को समझने कि अद्भुत क्षमता होती है। जब कुत्ते लम्बे समय के बाद किसी घर के सदस्य को देखते हैं तो वे दौड़कर उनके पास आते हैं और उन पर कूदते या चाटने लगते हैं। यह कुत्तों का प्रेम दिखाने का तरीका होता है। वे मानव के साथ सच्चा रिश्ता स्थापित करते हैं।
निवास
कुत्ता पृथ्वी के प्रत्येक देश में पाया जाने वह पशु है। चाहे भारत हो या पकिस्तान, अमेरिका हो फ्रांस या हो अफ्रीका, कुत्ते सभी जगह पाए जाते हैं। परन्तु हर जगह के कुत्तों में कुछ अंतर तथा खूबियाँ होती हैं जैसे ठन्डे देशों जैसे रूस, कनाडा तथा स्विट्ज़रलैंड आदि में बड़े बाल वाले कुत्ते पाये जाते हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया तथा अफ्रीका जैसे गर्म प्रदेशों में चीकने तथा छोटे बाल वाले कुत्ते पाए जाते हैं।
निष्कर्ष
कुत्ता मनुष्य का वफादार साथी होता है। वह अपने मालिक का साथ कभी नहीं छोड़ता। परन्तु जिस प्रकार सभी मानव अच्छे नहीं होते उसी प्रकार सभी भी कुत्ते अच्छे नहीं होते। ऐसे कुत्ते मौक़ा देखते ही काट या दौड़ा लेते हैं। इसलिए प्यार तथा देखभाल अपनी जगह हैं परन्तु हमें हमेशा थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि कुत्ते चाहे कितने भी होशियार क्यों न हों परन्तु हैं तो जानवर ही।
कुत्ते पर बड़ा निबंध (Long Essay on Dog in Hindi)
कुत्ता या श्वान भेड़िया वंश की एक प्रजाति है। इसे अंग्रेजी में Dog या Canine कहते हैं। यह मनुष्य के पालतू पशुओं में से एक है। कुत्तों का औसत जीवनकाल लगभग 12 वर्ष तक का होता है। यह जीव जंगल तथा मानव समाज के बीच रहता है यह सर्वाहारी जीव है। कुत्तों के चार पैर होते हैं जिनकी सहायता यह बहुत तेज दौड़ते हैं. दो आंखें होती है जिससे यह अँधेरे में भी देख पाते हैं. इनकी सुनाने तथा सूंघने की क्षमता भी कमाल की होती है।
कुत्तों कि विशेषताएं
कुत्तों की विशेषताओं को निम्नलिखित शीर्षकों से समझा जा सकता है।
- इंटेलिजेंस : कुत्ते की अन्य पशुओं के अपेक्षा बुद्धिमान होते हैं। कुत्ते मानव शरीर की भाषा जैसे हावभाव और इशारा और मानव आवाज आदेशों को उचित रूप से पढ़ और प्रतिक्रिया कर सकते हैं। कुत्ते अपने आवास से जानकारी एकत्र जानकारी का प्रयोग समस्याओं को हल करने के लिए करते हैं। कुत्तों कि यादाश्त कमाल किये होती हैं ये अपने मालिक को जीवन भर नहीं भूलते।
- व्यवहार : कुत्ते का व्यवहार (घरेलू कुत्ते) दोस्ताना होता है। भेड़ियों की तुलना में कुत्ते आमतौर पर कम आक्रामक होते हैं।ये अपने आवास (इलाके) के प्रति सजग होते है। कुत्ते समूह में रहने वाले सामाजिक पशु होते हैं। मानव के साथ रहने पर पालतू कुत्ते परिवार के सदस्य की तरह व्यवहार प्रदर्शित करते हैं। कुत्तों ने किसी भी अन्य प्रजाति की तुलना में मनुष्यों को समझने और उनके साथ संवाद करने की क्षमता हासिल कर की है और वे मानव व्यवहार के लिए विशिष्ट रूप से अभ्यस्त हैं। यदि कुत्तों को उनके मालिक से दूर कर दिया जाये तो वे अवसादग्रस्त हो जाते हैं।
- संचार/ संवाद : कुत्ते का संचार यह है कि कैसे कुत्ते अन्य कुत्तों के साथ संवाद स्थापित करते हैं तथा किस प्रकार मनुष्यों इशारों को समझते हैं। कुत्ते संवाद स्थापित करने के लिए कुछ विशेष इशारों का सहारा लेते हैं जैसे पूँछ हिलाना, शरीर चाटना, धीमे से गुर्राना या कस के भौंकना आदि।
- शारीरिक योग्यताएं : कुत्तों को प्रकृति द्वारा कई विशेष क्षमताएं प्राप्त हैं। कुत्तों की सुनने की क्षमता मनुष्य से 5 गुना जबकि सूंघने की क्षमता मानव से 10000 गुना अधिक होती है। इसी प्रकार कुत्तों कि अँधेरे में देखेने कि क्षमता भी पायी जाती हैं . कुत्ते प्राकृतिक रूप से कुशल तैराक होते हैं. शिकार करने के लिए प्रकृति ने उन्हें धारदार नाखून तथा नुकीले दांत दिए हैं.
कुत्तों का आहार
कुत्तों को सर्वाहारी पशु माना गया है। मूल रूप से कुत्ते अपने पूर्वज भेड़िये के समान ही मांसाहारी होते हैं। परन्तु मानव के साथ रहने से कुत्तों ने स्वयं को मांसाहारी से सर्वाहरी पशु के रूप में विकसित किया। घरेलु कुत्तों का प्रिय आहार मांस, अंडा, मछली, ब्रेड आदि हैं। आजकल बाजारों में कुत्तों के लिए पेडि-ग्री जैसे कई भोज्य-पदार्थ बिकने लगे है जिन्हें कुत्ते बड़े चाव से खाते हैं।
कुत्तों का ऐतिहासिक महत्व
कुत्तों को मार्गदर्शन, सुरक्षा, वफादारी, निष्ठा, वफादारी, सतर्कता और प्रेम के प्रतीक के रूप में चित्रित जाता है। प्राचीन मेसोपोटामिया में कुत्तों को उपचार और चिकित्सा की देवी 'निनिसिना' का प्रतीक माना जाता था। निनिसिना के उपासक अक्सर बैठे हुए कुत्तों कि मूर्तियाँ उसे समर्पित करते थे। इसी प्रकार चीन, कोरिया और जापान में, कुत्तों को दयालु रक्षक के रूप में दर्शाया गया है।
पौराणिक कथाओं में, कुत्ते अक्सर पालतू या प्रहरी के रूप में काम करते हैं। भारत पौराणिक कथाओं मृत्यु के देवता यम के पास दो प्रहरी कुत्ते हैं जिनकी चार आंखें हैं। कहा जाता है कि वे नरका के द्वार पर नजर रखते हैं। इसी प्रकार फारसी पौराणिक कथाओं में, दो चार आंखों वाले कुत्ते चिनवत ब्रिज की रखवाली करते हैं।
कुत्तों की प्रमुख प्रजातियाँ
कुत्तों की अनेक प्रजातियाँ पायी जाती हैं। इनमें से सभी कुत्तों की अलग-अलग खूबियाँ होती हैं। कुत्तों कि कुछ प्रजातियाँ इस प्रकार हैं।
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