खोई हुई वस्तु लौटाने के लिए अपरिचित को आभार पत्र Khoi Hui Vastu Lautane ke Liye Aabhar Patra
बी-38, पदम नगर,
दिल्ली-11007
दिनांक-19 मार्च 2020
प्रिय रोहण कुमार जी,
नितान्त अपरिचित होते हुए भी आपने मुझ पर जो उपकार किया है, उसके लिए मैं आपका धन्यवाद किन शब्दों में करूं, समझ नहीं पा रहा। सप्ताह भर पहले मेरठ जाते हुए मैं अपना छोटा बैग बस में ही भूल गया था। उसमें मेरा बस-पास, परिचय-पत्र, अपने स्कूल के पुस्तकालय की एक कीमती पुस्तक और कुछ रुपये भी थे। बस से उतरने के बाद से लेकर आज तक मैं बहुत चिन्तित था ! आज अचानक पोस्टमैन द्वारा लाया गया पार्सल खोलने पर जब मैंने अपना खोया बैग देखा, उसमें रखी सभी वस्तुएँ सुरक्षित पायीं, तो मेरा मस्तक आभार से झुक गया। लगातार नष्ट हो रहे मानवीय मूल्यों के प्रति खोया विश्वास जाग उठा। यह सोचकर बड़ा सुख मिला कि आज भी आप जैसे लोग हैं कि जो दूसरों की चिन्ता की परवाह रखते हैं। एक बार फिर मेरा धन्यवाद स्वीकार करें।
मेरे योग्य सेवा कभी भी हो, अपना मानकर लिख भेजें!
साभार आपका,
मनोज
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